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केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने की अमेजन कारीगर मेला की शुरुआत, अमेजन के प्लेटफार्म पर बिकेंगे आदिवासियों के उत्पाद - Amazon Karigar Mela

केंद्रीय ट्राइबल अफेयर्स मंत्री अर्जुन मुंडा ने सोमवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से अमेजन कारीगर मेला की शुरुआत कराई. इसके जरिये 12 लाख आदिवासियों के हैंडीक्राफ्ट अमेजन के ई-कॉमर्स प्लेटफार्म पर दुनिया भर के लोगों के लिए उपलब्ध हो जाएंगे.

amazon tribal mela
केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने कराई अमेजन कारीगर मेला की शुरुआत

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Published : Aug 30, 2021, 1:00 PM IST

Updated : Aug 30, 2021, 1:35 PM IST

रांचीःकेंद्रीय ट्राइबल अफेयर्स मंत्री अर्जुन मुंडा ने सोमवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से अमेजन कारीगर मेला की शुरुआत कराई. ट्राइब्स इंडिया और अमेजन के सहयोग से शुरू की जा रही इस पहल से देश भर के कारीगरों और बुनकरों के सशक्तीकरण का नया अध्याय खुलने की उम्मीद है. यह पहल भारतीय उपभोक्ताओं के बीच आत्म निर्भर भारत और वोकलफॉर लोकल अभियान को भी मजबूत करेगी.

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12 लाख आदिवासियों के सामान बिकेंगे अमेजन पर

अमेजन कारीगर मेले का संचालन TRIFED और AMAZON के सहयोग से किया जाएगा. इसके तहत देश के 12 लाख आदिवासियों की तैयार की गई सामग्री अमेजन के ई-कॉमर्स प्लेटफार्म पर उपलब्ध रहेगी. इससे आदिवासियों को आजीविका जुटाने में आसानी होगी. आदिवासियों से सशक्तीकरण में इस पहल के मददगार होने की संभावना है. इससे आदिवासियों के हस्तनिर्मित सामानों को पूरी दुनिया में बेचने में आसानी होगी.

कारीगरों को शुल्क में भी छूट

कारीगर मेले के जरिए अमेजन के प्लेटफार्म से हस्त निर्मित सामान बेचने वाले कारीगरों को दो हफ्ते तक एसओए (सेल ऑन अमेजन शुल्क) फी से भी छूट मिलेगी. आमतौर पर अमेजन के ई-कॉमर्स प्लेटफार्म के जरिए उत्पादों की बिक्री के लिए विक्रेताओं को शुल्क देना होता है.

भारतीय उत्पादों के प्रमोशन के लिए अभियान

इस कारीगर मेले का मकसद भारतीय हैंडीक्राफ्ट को दुनिया भर के बाजारों में प्रमोट करना है. इसी के साथ आत्मनिर्भर भारत और लोकलफॉरवोकल अभियान को भी मजबूती मिलेगी.

कोरोनाकाल में आदिवासियों का आर्थिक स्थिति हुई है प्रभावितः अर्जुन मुंडा

कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा कि आदिवासी कारीगर और बुनकर भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ हैं. लेकिन कोरोनाकाल में आदिवासियों की आर्थिक स्थिति काफी प्रभावित हुई है. इसलिए इस चुनौतीपूर्ण समय में इनके लिए आजीविका के साधन जुटाने और उनके विकास की गति को बढ़ाने के लिए इस कार्यक्रम की शुरुआत की जा रही है.

Last Updated : Aug 30, 2021, 1:35 PM IST

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