रांचीः खलारी थानेदार फरीद आलम एक बार फिर से विवादों में हैं. बजरंग दल के नेता मुकेश सोनी की हत्या की साजिश रचने का आरोप फरीद आलम पर मुकेश के परिजनों ने लगाया है. थानेदार फरीद आलम के खिलाफ खलारी डीएसपी जांच कर रहे हैं.
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खलारी थाना में ही खलारी थानेदार के खिलाफ मामला दर्ज
बजरंग दल के नेता मुकेश सोनी की हत्या 15 दिसंबर को खलारी लौटते समय कर दी गई थी. मामले में एक आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार भी किया है. मृतक मुकेश सोनी के पिता कालीचरण सोनी ने खलारी थाना में किए गए एफआईआर में यह लिखा है कि उन्हें शक है कि खलारी थाना प्रभारी फरीद आलम के इशारे पर ही उनके बेटे की हत्या की गई है. मृतक के पिता के अनुसार हत्या के आरोप में गिरफ्तार यूनुस अंसारी और फरार चल रहे प्रिंस खान के साथ खलारी थानेदार फरीद आलम की सांठगांठ थी. वह थाने में आकर अक्सर बैठा करता था. परिजनों की मांग है कि पूरे मामले में खलारी थानेदार के खिलाफ उच्चस्तरीय जांच करवाई जाए. सबसे हैरानी की बात तो यह है कि मुकेश सोनी की हत्या की साजिश में शामिल रहने का आरोप थानेदार पर लगा है, लेकिन अभी तक उन पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है. अपने ऊपर लगे मामले की जांच भी खुद थानेदार ही कर रहे हैं. ऐसे में हर कोई समझ रहा है कि जांच का निष्कर्ष क्या निकलेगा.
ग्रामीण एसपी ने कहा जांच कर रहे डीएसपी
पूरे मामले को लेकर जब रांची के ग्रामीण एसपी नौशाद आलम से बातचीत की गई तो उन्होंने कहा कि थानेदार पर लगे आरोपों की जांच खलारी डीएसपी अनिमेष नैथानी कर रहे हैं. जांच रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी. हालांकि रूरल एसपी ने स्वीकार किया है कि इलाके में थानेदार को लेकर नाराजगी बहुत ज्यादा है. ग्रामीण एसपी के अनुसार पुलिस के वरीय अधिकारियों के संज्ञान में पूरा मामला है जल्द ही कार्रवाई होगी.
पोस्टिंग पर भी उठे थे सवाल
रांची में दागदार अफसरों को मालदार थानों में तैनात किए जाने को लेकर पुलिस महकमे में अक्सर सवाल उठते रहे हैं. रांची जिले में कोयला के जरिए कमाई वाले खलारी थाने में जब इंस्पेक्टर फरीद आलम की पोस्टिंग हुई थी तब भी कई तरह के सवाल खड़े हुए थे. रांची के लालपुर यातायात थाना प्रभारी के पद से खलारी भेजे गए फरीद आलम पर ऑटो चालकों से अवैध वसूली का आरोप था. पैसा उगाही के अलग अलग मामलों में आरोप लगने के बाद उनके खिलाफ तीन विभागीय कार्रवाई शुरू की गई थी. वहीं एक अति गंभीर आरोप में फरीद आलम के खिलाफ विभागीय कार्रवाई चलायी जा रही है. इसके बावजूद खलारी थानेदार के रूप में उनकी पोस्टिंग कर दी गई जो सवालों के घेरे में रही थी. अब खलारी थानेदार पर एक हत्या की साजिश रचने का आरोप है, हालांकि अंदरखाने में यही खबर है कि फरीद आलम की ऊंची पहुंच है और वह इस बार भी बच जाएंगे.