रांची: रामगढ विधानसभा उपचुनाव को लेकर आजसू ने तैयारी शुरू कर दी है. आजसू प्रमुख सुदेश कुमार महतो के निर्देशानुसार रामगढ़ विधानसभा उपचुनाव को लेकर प्रखंडवार प्रभारियों की नियुक्ति की गई है. प्रखंड प्रभारियों पर गांव एवं वार्डस्तर के कार्यकर्ताओं की टीम को मजबूत करने और सदस्यता अभियान की गति को और तेज करने की जिम्मेवारी दी गई है. आजसू प्रदेश प्रवक्ता देवशरण भगत ने बताया कि रामगढ़ के प्रत्येक ब्लॉक में नियुक्त सभी प्रभारी उपचुनाव की तैयारियों को लेकर ग्राम संवाद करेंगे.
Ramgarh by election: रामगढ़ उपचुनाव तैयारी में जुटा आजसू, दिग्गजों को मैदान में उतारा
2019 के विधानसभा चुनाव में गठबंधन नहीं होने की वजह से भारतीय जनता पार्टी और आजसू की ओर से प्रत्याशी खड़ा किया गया था जिस वजह से एनडीए की स्थिति अच्छी नहीं रही और अंततः हार का सामना करना पड़ा. यूपीए प्रत्याशी ममता देवी कांग्रेस के टिकट पर जीत दर्ज करने में सफल हो गई. अब यहां पर उपचुनाव होने वाला है, ऐसे में सभी पार्टी अपनी-अपनी तैयारी में जुट गई है.
इन्हें बनाया गया है प्रभारी:आजसू प्रदेश कार्यालय द्वारा जारी सूची के अनुसार रामगढ़ उपचुनाव को देखते हुए सभी प्रखंडों में प्रभारियों की नियुक्ति की गई है जिसमें गोला- केंद्रीय महासचिव सह गोमिया विधायक डॉ. लंबोदर महतो, दुलमी- केंद्रीय सचिव हरेलाल महतो एवं रविशंकर मौर्य, चितरपुर- केंद्रीय उपाध्यक्ष अकील अख्तर एवं हसन अंसारी, रामगढ़ ग्रामीण- प्रधान महासचिव रामचंद्र सहिस, रामगढ़ नगर- केंद्रीय उपाध्यक्ष उमाकांत रजक एवं कुशवाहा शिवपूजन मेहता, रामगढ़ छावनी- केंद्रीय मुख्य प्रवक्ता डॉ. देवशरण भगत का नाम शामिल है.
एनडीए से आजसू का प्रत्याशी होने की है संभावना:रामगढ विधानसभा उपचुनाव में एनडीए की ओर से आजसू का प्रत्याशी चुनाव मैदान में होगा. बीजेपी प्रदेश नेतृत्व ने भी यह संकेत दिया है. 2019 के विधानसभा चुनाव में गठबंधन नहीं होने की वजह से भारतीय जनता पार्टी और आजसू की ओर से प्रत्याशी खड़ा किया गया था जिस वजह से एनडीए की स्थिति अच्छी नहीं रही और अंततः हार का सामना करना पड़ा. यूपीए प्रत्याशी ममता देवी कांग्रेस के टिकट पर जीत दर्ज करने में सफल हो गईं. कांग्रेस प्रत्याशी ममता देवी 2014 में आजसू प्रत्याशी चंद्रप्रकाश चौधरी को सर्वाधिक 98,987 मत लाने के रिकॉर्ड को ध्वस्त करते हुए 99944 मत प्राप्त कर चुनाव जीतने में कामयाब रही थी. उन्होंने 28718 वोट से जीत हासिल की थी.
आजसू के परंपरागत वोटों का बिखराव हो गया और 35 वर्षाें के बाद कांग्रेस इस सीट पर जीत दर्ज करने में सफल हुई थी. ममता देवी ने लगातार इस सीट से प्रतिनिधित्व कर मंत्री रही चंद्रप्रकाश चौधरी की पत्नी सुनीता देवी को चुनाव में कड़ी शिकस्त दी थी. 2019 के विधानसभा चुनाव परिणाम पर नजर दौरायें तो कांग्रेस प्रत्याशी ममता देवी- 99944 वोट मिले थे वहीं आजसू प्रत्याशी सुनीता चौधरी- 71226 वोट और भाजपा प्रत्याशी रणंजय कुमार- 31874 वोट मिले थे. जानकारों का मानना है कि एनडीए यदि एकजुट रहता तो परिणाम अलग होते. शायद यही वजह है कि उपचुनाव ही सही मगर इस बार एनडीए वो गलती नहीं दोहरायेगा जो उसने 2019 के विधानसभा चुनाव के दौरान किया था.