रांची:झारखंड सरकार के कृषि, पशुपालन एवं सहकारिता मंत्री बादल पत्रलेख बुधवार को छत्तीसगढ़ के दौरे पर रहे. बुधवार को उन्होंने छत्तीसगढ़ के कृषि मंत्री रविंद्र चौबे से उनके आवास जाकर मुलाकात की. जहां छत्तीसगढ़ के कृषि मंत्री ने छत्तीसगढ़ में कृषि के क्षेत्र में किए जा रहे कार्यों की विस्तृत जानकारी मंत्री बादल पत्रलेख को दी.
90 लाख मैट्रिक टन धान की खरीद का लक्ष्य
कृषि मंत्री रविंद्र चौबे ने कहा कि छत्तीसगढ़ में कृषि के क्षेत्र में एक क्रांतिकारी परिवर्तन आए हैं. जिसे झारखंड में भी लागू किया जा सकता है. उन्होंने मंत्री बादल पत्रलेख को जानकारी देते हुए बताया कि यहां 90 लाख मैट्रिक टन धान की खरीद का लक्ष्य रखा गया है. इस बार इसे और बढ़ाया जाएंगा. धान खरीदी के पैसे को किसानों के खाते में सीधे डाल दिया जाता है. गाय के गोबर का समुचित उपयोग हो और लोगों को अपने घर पर रोजगार मिल सके और राज्य से पलायन रुक सके इस उद्देश्य से पूरे राज्य में गौठान योजना चलाई जा रही है. पोषण बाड़ी सहित कई योजनाएं चलाई जा रही है. कृषि मंत्री से वार्ता के बाद मंत्री बादल पत्रलेख ने अविलंब इन सभी योजनाओं के अवलोकन करने की बातें रविंद्र चौबे से कही इसके बाद अविलंब छत्तीसगढ़ के कृषि मंत्री ने आईएएस अधिकारी डॉक्टर गौरव सिंह को निर्देश दिया की वह झारखंड के मंत्री को अविलंब ले जाकर सभी जगहों को दिखाएं. इसके बाद छत्तीसगढ़ की प्रशासनिक टीम ने कई जगहों का दौरा कराया जहां कृषि विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों सहित जिला प्रशासन के अधिकारियों ने विस्तृत तौर पर जानकारी दी.
बनाई जाती है 28 प्रकार की वस्तुएं
कृषि मंत्री सबसे पहले कल्पतरू मल्टी यूटिलिटी सेंटर गए जहां 200 महिलाओं को रोजगार दिए गए हैं. प्रत्येक दिन इन महिलाओं को 200 रुपये दिए जाते हैं. यहां 28 प्रकार की वस्तुएं बनाई जाती है. अगरबत्ती, घरों में जलाए जाने वाले बल्ब, झालर, चप्पल, खाने की सामग्री, मशरूम, बकरी के दूध और मधुमक्खी के रस, आलू रस से साबुन बनाए जाते हैं. वहीं महिलाएं बैग और स्टॉल सहित कई प्रकार की सामग्री बनाती है. काम करने वाली दीदी ने बताया की सपने में भी नहीं सोच सकती थी कि अपने बच्चों को प्राइवेट स्कूल में बढ़ा पाएंगे. लेकिन सरकार की देन है कि आज हम अपने बच्चों को प्राइवेट स्कूल में पढ़ा रहे हैं. उन्होंने बताया कि महीने में यहां से 6000 रुपये आसानी से कमा लेते है.