रांचीःसीएम हेमंत सोरेन ने शनिवार को स्वतंत्रता संग्राम सेनानी और भूदान आंदोलन के प्रणेता आचार्य विनोबा को श्रद्धांजलि दी. आचार्य विनोबा भावे की जयंती पर सीएम हेमंत सोरेन ने उन्हें कोटि-कोटन नमन किया.
ये भी पढ़ें-पंडित नेहरू, राजेंद्र बाबू, विनोबा भावे से जुड़ा है बोधगया का ये VIP कुआं, जानिए पूरी कहानी
सीएम हेमंत सोरेन ने इस संबंध में अपने ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर लिखा कि भूदान आंदोलन के प्रणेता, महान स्वतंत्रता सेनानी और और भारत रत्न आचार्य विनोबा भावे को जयंती पर शत-शत नमन. सीएम के अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी जयंती पर आचार्य विनोबा भावे को याद किया. उन्होंने कहा कि भारत की आजादी के बाद आचार्य विनोबा भावे ने महान गांधीवादी सिद्धांतों को आगे बढ़ाया. उन्होंने जन आंदोलनों के जरिये गरीबों और दलितों के जीवन को बेहतर बनाने के प्रयास किए. सामूहिक भावना पर उनका जो जोर था, वो हमारी आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करता रहेगा. प्रधानमंत्री ने कहा कि महात्मा गांधी ने उन्हें एक ऐसे व्यक्ति के रूप में बताया था, जो छुआछूत के बिल्कुल खिलाफ थे. ऐसे महापुरुष को शत-शत नमन(PM MODI pays tribute).
सीएम हेमंत सोरेन ने दी श्रद्धांजलि कौन हैं आचार्य विनोबा भावे
आचार्य विनोबा भावे का जन्म महाराष्ट्र में 11 सितंबर 1895 को हुआ था. उन्हें राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का आध्यात्मिक उत्तराधिकारी माना जाता है. उन्होंने अपने जीवन के आखिरी वर्ष महाराष्ट्र के आश्रम में गुजारे थे. महात्मा गांधी की प्रेरणा से उन्होंने 1951 में भूदान आंदोलन चलाया था. यह स्वैच्छिक भूमि सुधार आंदोलन था. इसके जरिये विनोबा की कोशिश थी कि भूमि का पुनर्वितरण किया जाए. ये स्वतंत्रता आंदोलन के कारण कई बार जेल गए. भारत छोड़ो आंदोलन शुरू करने से पहले महात्मा गांधी ने इनसे सलाह भी ली थी.