रांचीः हिंदपीढ़ी में उपद्रव और दो गुटों में बैरिकेटिंग लगाने को लेकर हुए विवाद के बाद पुलिस-प्रशासन ने सख्ती बढ़ा दी है. बुधवार को पूरे इलाके में 28 पीसीआर और हाइवे पेट्रोलिंग ने फ्लैगमार्च किया. इस फ्लैगमार्च में भारी संख्या में पुलिस के जवान भी थे. पीसीआर के अलावा सायरन और लाउडस्पीकर पर अनाउंसमेंट करती बाइक दस्ता भी भ्रमणशील रही. हिंदपीढ़ी के नाला रोड, सेंट्रल स्ट्रीट, थर्ड स्ट्रीट सहित अन्य इलाकों में निरंतर पुलिस की सख्ती जारी रही.
रांचीः हिंदपीढ़ी में उपद्रव के नामजद आरोपी फरार, तलाश में पुलिस, इलाके में पुलिस की दबिश
रांची के हिदपीढ़ी में सोमवार देर रात कोरोना पॉजिटिव मरीज को रिम्स के कोविड-19 वार्ड में भर्ती के लिए लेने गई टीम पर पथराव किया गया था और एंबुलेंस को तोड़ डाला था. इस मामले में छह नामजद और 500 अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज किया गया, लेकिन सभी नामजद आरोपी फरार हैं. पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है और इलाके में सख्ती से पेश आ रही है.
आइपीसी की धारा 147, 188, 109, 269, 270, 337, 427, 353, 153-ए, 504, एपिडेमिक डीजीज एक्ट की सेक्शन 3, द नेशनल डिजास्टर मैनेजमेंट एक्ट की सेक्शन 51 और 54 के तहत केस दर्ज किया गया है.
पांच डीएसपी के सहित 56 पुलिस पदाधिकारी हैं तैनात
हिंदपीढ़ी में 1000 से ज्यादा पुलिस बल तैनात हैं. इसके अलावा पुलिस मुख्यालय की ओर से 56 मुस्लिम पुलिस पदाधिकारियों की विशेष तैनाती की गई है. अलग-अलग थानों और पुलिस लाइन में तैनात 51 पुलिस पदाधिकारियों को प्रतिनियुक्त किया गया है. सभी पुलिस अधिकारी इलाके में तैनात हैं. हिंदपीढ़ी को चार जोन में बांटकर बीट पुलिसिंग की तरह निगरानी की जा रही है. विशेष प्रतिनियुक्ति में तैनात किए गए अधिकारियों में डीएसपी में मो. नेहलुदीन, नाजीर अख्तर, मो. कासिम, मो. तौकीर आलम और अनिमेष गुप्ता शामिल है.