रांची: सरकार द्वारा चलाई जा रही आकांक्षा-40 योजना काफी सफल हो रही है. वहीं, इसमें पढ़ने वाले बच्चे जो कि सरकारी स्कूलों के होते हैं, वह लगातार उम्दा प्रदर्शन कर रहे हैं. सरकारी आंकड़ों के अनुसार प्राइवेट स्कूलों के बच्चों की अपेक्षा इन बच्चों में इंजीनियरिंग और मेडिकल की पढ़ाई को लेकर दिलचस्पी बढ़ी है. पिछले साल भी इस कोचिंग में पढ़ने वाले 40 में से 20 बच्चे जेईई में सफल हुए हैं.
वीडियो में देखिए पूरी खबर राज्य के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों में इंजीनियर और डॉक्टर बनने की ललक बढ़ रही है. इसका अंदाजा इसी बात से लगा सकते हैं कि सरकारी हाई स्कूलों के बच्चों को फ्री मिलने वाली इंजीनियरिंग और मेडिकल प्रवेश परीक्षा कोचिंग आकांक्षा योजना के लिए आवेदनकर्ताओं की संख्या में 4 गुना वृद्धि हुई है.
आकांक्षा प्रवेश परीक्षा के आवेदकों की चयन परीक्षा 14 जुलाई को है. इसी परीक्षा के आधार पर सभी जिले से सुपर हंड्रेड का चयन भी किया जाएगा. साथ ही इन विद्यार्थियों को इंजीनियरिंग और मेडिकल प्रवेश परीक्षा के लिए फ्री कोचिंग दी जाएगी.
वहीं, विभागीय सचिव ए पी सिंह ने डाटा और आंकड़े के अनुसार जानकारी देते हुए कहा कि आकांक्षा कोचिंग में पिछले साल 40 में से 20 बच्चे जेईई में सफल हुए थे. इस साल अभी 33 बच्चे हैं, जिसमें 16 बच्चे जनवरी की परीक्षा में सफल हो चुके हैं. साथ ही अप्रैल की परीक्षा के लिए बच्चों को तैयार किया जा रहा है. इनके अनुसार पिछले कुछ सालों से सरकारी स्कूलों के बच्चों के सक्सेस रेट प्रतिशत में वृद्धि हुई है, यह बच्चे लगातार उम्दा प्रदर्शन कर रहे हैं.
बता दें कि आंकड़ों के अनुसार पिछले साल की तुलना में इस वर्ष लगभग 1हजार विद्यार्थियों ने इस कोचिंग में पढ़ने के लिए आवेदन किया है. वहीं पिछले 2 सालों में आवेदकों की संख्या में 200 से 300 के बीच मात्र आवेदन होती थी. यानी सरकारी स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों में इंजीनियरिंग और मेडिकल कॉलेजों में पढ़ने की ललक बढ़ी है.