रिम्स: गुरुवार को रिम्स अस्पताल में 50वीं शासी परिषद की बैठक का आयोजन किया गया. इसमें सूबे के स्वास्थ्य मंत्री और शासी परिषद के अध्यक्ष बन्ना गुप्ता के साथ- साथ रिम्स के नए निदेशक डॉ कामेश्वर प्रसाद सहित रिम्स के अन्य पदाधिकारी मौजूद रहे.
बैठक समाप्त होने के बाद स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि इस बैठक को विशेष तौर पर बुलाया गया था क्योंकि डेंटल काउंसिल ऑफ इंडिया द्वारा डेंटल कॉलेज को बचाने के लिए जो हिदायत दी गई है उस पर विचार किया गया और जो भी दिशा निर्देश डीसीआई से प्राप्त हुए हैं उसे जल्द से जल्द पूरा करने की बात अधिकारियों को कही गई है.
स्वास्थ मंत्री बन्ना गुप्ता ने बताया कि पहले ही केंद्र सरकार ने राज्य के तीन मेडिकल कॉलेज की मान्यता रद्द कर दी है जिससे सैकड़ों बच्चों का भविष्य अधर में लटक गया हैं
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इसीलिए डेंटल कॉलेज की मान्यता को बचाने के लिए इस बैठक में अधिकारियों को विशेष दिशा निर्देश दिए गए ताकि जो भी कमी और खामियां हैं इसे पूरा किया जा सके. डेंटल कॉलेज में पुस्तकालय के लिए राशि स्वीकृति की गई है इसके अलावा रिम्स में नर्सों की बहाली को लेकर भी अनुमति प्रदान कर दी गई है, जिसमें 80% महिला नर्स और 20% पुरुष नर्स की नियुक्ति की जाएगी.
जीबी की बैठक में कुल 6 प्रस्तावों पर मुहर लगाई गई है जिसमें नर्स की नियुक्ति और डेंटल कॉलेज की मान्यता को बचाने और विशेष तवज्जो दिया गया है. वहीं शासी परिषद की बैठक में कांके विधायक समरी लाल, रांची सांसद संजय सेठ सहित अन्य स्वास्थ्य विभाग के पदाधिकारी मौजूद रहे.