रांची:राजधानी में उग्रवादी संगठन पीएलएफआई का एक दस्ता अलग-अलग इलाकों में फायरिंग कर दहशत फैलाने की योजना बना रहा था, ताकि कारोबारियों के बीच खौफ फैला कर लेवी (रंगदारी) वसूल सके, लेकिन उससे पहले ही रांची एसएसपी की टीम ने दस्ते के पांच उग्रवादियों को धर दबोचा है.
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क्या थी उग्रवादियों की योजना
पीएलएफआई लगातार राजधानी में अपना पैर जमाने की कोशिश कर रहा है. इसी प्लान के तहत राजधानी में आतंक फैलाने के लिए 5-5 उग्रवादियों का ग्रुप बनाया गया था. उग्रवादियों का एक ग्रुप कारोबारियों के घर पर्चा फेंकता, जबकि दूसरा फायरिंग कर दहशत फैलाता. एक टीम का नेतृत्व एरिया कमांडर कुंवर उरांव कर रहा था, जबकि दूसरी टीम का नेतृत्व जोनल कमांडर राजेश गोप कर रहा था. इसी योजना को अंजाम देने के लिए पीएलएफआई का एरिया कमांडर कुंवर उरांव अपने साथियों के साथ बैठक कर रहा था.
उग्रवादियों और पुलिस के बीच फायरिंग
मामले की सूचना मिलने पर डीएसपी नीरज कुमार के नेतृत्व में पहुंची टीम ने अचानक छापेमारी कर मौके से कुंवर सहित पांच को खदेड़ कर दबोच लिया. जिस समय पुलिस की टीम ने छापेमारी की वहां तेज बारिश हो रही थी, इसी बारिश में तूफानी अंदाज में पुलिस ने खदेड़कर उग्रवादियों को दबोचा. इसके बाद कुंवर की निशानदेही पर नगड़ी इलाके के चेटे जंगल में पुलिस की टीम पहुंची. पुलिस की टीम को देखते ही जोनल कमांडर राजेश गोप उर्फ तिलकेश्वर गोप के दस्ते ने फायरिंग शुरू कर दी. इस मुठभेड़ में पुलिस की ओर से 18 राउंड फायरिंग की गई, जबकि उग्रवादियों की ओर से आठ से दस राउंड फायरिंग की गई. हालांकि पुलिस को हावी होता देख उग्रवादी फरार हो गए.
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पुलिस को हावी देख भाग निकला जोनल कमांडर सहित पूरा दस्ता
पुलिस को जानकारी मिली कि इस मुठभेड़ में पीएलएफआई जोनल कमांडर राजेश गोप, नगड़ी भंडराटोली निवासी सुजीत कच्छप उर्फ टीटी, राहुल कच्छप, खूंटी के कर्रा निवासी बिरसा तांबा, कांडे मुंडा उर्फ अमर मुंडा शामिल थे. खराब मौसम का फायदा उठाकर सभी मौके से फरार हो गए. देर रात वहां पुलिस ने सर्च ऑपरेशन भी चलाया. हालांकि अंधेरे का फायदा उठाकर जोनल कमांडर सहित सभी उग्रवादी भाग चुके थे. इधर, खरसीदाग ओपी क्षेत्र के बायो डावर्सिटी के पास से सोमवार को पकड़े गए एरिया कमांडर सहित पांच की गिरफ्तारी की अधिकारिक पुष्टि करते रांची एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा ने प्रेस कांफ्रेंस किया. प्रेस कांफ्रेंस में उन्होंने बताया कि उग्रवादियों के जुटने की सूचना पर ग्रामीण एसपी नौशाद आलम के निर्देशन पर एक विशेष टीम ने छापेमारी की, जिसमें ये उग्रवादी पकड़े गए. गिरफ्तार उग्रवादियों में एनकांउटर में मारे गए दो लाख के इनामी पुनई उरांव का बहनोई मुन्ना उरांव भी शामिल है.
कुंवर 14 मामलों में था वांटेड
गिरफ्तार कुंवर उरांव सहित अन्य उग्रवादियों के खिलाफ रांची के मांडर, लापुंग, इटकी, चान्हो, तुपुदाना, नगड़ी और खूंटी के कर्रा थाना में कुल 14 मामले दर्ज हैं. कुंवर वर्ष 2019 में जेल भेजा गया था. इधर, आठ जनवरी 2021 को जेल से छूटने के बाद फिर से संगठन विस्तर में जुट गया था. कारोबारियों से लगातार लेवी की वसूली कर रहा था. इनमें नरेश उरांव उर्फ पाल्टा ने मांडर से मोटरसाइकिल लूटी थी, जिसे संगठन के लिए इस्तेमाल किया जा रहा था.
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कौन कौन हुआ गिरफ्तार
- पीएलएफआई एरिया कमांडर लापुंग थाना क्षेत्र के डरमी टोली निवासी कुंवर उरांव
- धुर्वा थाना क्षेत्र के जोजोसिरिंज निवासी रवि मिंज
- मांडर थाना क्षेत्र के टांगरबसली निवासी मुन्ना उरांव
- मांडर थाना क्षेत्र के चटवल निवासी नरेश उरांव उर्फ पाल्टा
- धुर्वा थाना क्षेत्र के जोजोसिरिंग निवासी अमृत किस्पोट्टा
क्या-क्या हुआ बरामद
पकड़े गए उग्रवादियों के पास से पुलिस ने एक स्कूटी, एक बाइक, एक पिस्तौल, पांच जिंदा गोलियां, पीएलएफआई का पर्चा और छह मोबाइल बरामद किया है.