रांची: जिला विश्वविद्यालय अपने विद्यार्थियों के लिए हर साल यूजीसी द्वारा संचालित तीन राष्ट्रीय फेलोशिप में भागीदारी को लेकर प्रयासरत रहता है. इस साल भी रांची विश्वविद्यालय के प्रयास से 27 में से कुल 7 विद्यार्थियों का चयन हो सका है, जबकि स्वामी विवेकानंद सिंगल गर्ल चाइल्ड फेलोशिप में झारखंड से किसी भी विद्यार्थी का चयन नहीं हो सका है.
27 विद्यार्थियों का चयन
इस साल विश्वविद्यालय अनुदान आयोग द्वारा संचालित तीन राष्ट्रीय फेलोशिप में झारखंड के तमाम विश्वविद्यालयों को मिलाकर कुल 27 विद्यार्थियों का ही चयन हो सका है. चयनित विद्यार्थियों को प्रतिमाह यूजीसी द्वारा राशि मुहैया कराई जाएगी. इसमें नेशनल फेलोशिप फॉर बैकवर्ड के लिए सत्र 2018-19 के लिए कुल 15 विद्यार्थियों का चयन हो सका है.
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शोध कार्य के लिए दिया जाएगा फेलोशिप
राजीव गांधी नेशनल फेलोशिप फॉर डिसेबिलिटी में सत्र 2018-19 के लिए झारखंड से एक ही विद्यार्थी का चयन हो सका है. वहीं, मौलाना आजाद नेशनल फैलोशिप फॉर माइनॉरिटी स्टूडेंट्स 2018-19 के लिए 11 विद्यार्थियों का चयन हुआ है, जबकि यूजीसी द्वारा संचालित स्वामी विवेकानंद सिंगल गर्ल चाइल्ड फैलोशिप 2018-19 के लिए इस बार झारखंड से किसी भी विद्यार्थी का चयन नहीं हो सका है. चयनित विद्यार्थियों को शोध कार्य के लिए फेलोशिप दिया जाएगा. इन्हें जेआरएफ के लिए 25 हजार और एसआरएफ के लिए 28 हजार 2 साल के लिए दिए जाएंगे.
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ऐसे मिलती है फेलोशिप
फेलोशिप के लिए साल में दो बार परीक्षाएं आयोजित होता है, जिसमें सितंबर और दिसंबर महीने के बीच में एग्जाम लिया जाता है. नेट और जेआरएफ क्वालीफाई करने के बाद ही विद्यार्थी विभाग को प्रपोजल भेजते हैं. विभाग उस प्रपोजल को यूजीसी को भेज देता है. एक्सेप्ट करने के बाद यूजीसी दोबारा उस प्रपोजल को यूनिवर्सिटी को भेजता है. उसी के आधार पर यूनिवर्सिटी द्वारा प्रपोजल को मंजूरी दी जाती है. इसके बाद यूजीसी के द्वारा विद्यार्थीयों के अकाउंट पर डायरेक्ट फेलोशिप की राशि भेजी जाती हैं.