रांचीः राजधानी में लॉकडाउन से लेकर अनलॉक ट्रैफिक को लेकर विभाग काफी सजग है. लॉकडाउन के दौरान और अनलॉक में बेवजह घर के बाहर निकलने वालों से जबरदस्त चालान काटा गया है. 25 अप्रैल से 20 नवंबर तक करीब 24 करोड़ का जुर्माना वसूला गया है.
क्या कहते हैं आंकड़े
आकड़ों की मानें लॉकडाउन एक और दो के दौरान 3 करोड़ 76 लाख रुपये का चालान काटा गया. इसमें लॉकडाउन एक में उल्लंघन करने पर वाहन चालकों से 1 करोड़ 54 लाख 18 हजार 250 रुपये का जुर्माना लगा था. जबकि लॉकडाउन दो में 2 करोड़ 24 लाख 51 हजार 150 रुपया जुर्माना लगाया गया है. जबकि लॉकडाउन तीन की शुरुआत से लेकर अबतक 20 करोड़ 49 हजार 750 रुपए का चालान काटा जा चुका है. जाहिर है, इस तरह लोगों की अनदेखी से ट्रैफिक पुलिस जबरदस्त राजस्व की वसूली कर रहा है.
इस जुर्म में वसूला गया है जुर्मानायह चालान प्रदूषण, बिना मास्क, गलत दिशा में ड्राइविंग के अलावा बिना सीट बेल्ट, बिना हेलमेट, बिना ड्राइविंग लाइसेंस, ट्रिपल राइड, रॉन्ग पार्किंग का भी है. लॉकडाउन के दौरान सरकारी ड्यूटी या जरूरी वस्तुओं की सप्लाई के काम में लगी वाहन को आवागमन का निर्देश था. बाबजूद इसके कई वाहन चालक बेवजह ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करना शुरू कर दिया था. दूसरी ओर ट्रैफिक पुलिस पहले से कहीं ज्यादा सजग थी.
इन नियमों के तोड़ने पर फाइन बिना लाइसेंस व हेलमेट वाले का सबसे अधिक कटा चालान25 अप्रैल से लेकर 5 अक्टूबर तक में सबसे अधिक बिना ड्राइविग लाइसेंस के 48 लाख 5 हजार रुपये के चालान कटे है, जबकि बिना हेलमेट के 12 लाख 92 हजार रुपये का चालान कटा है. लॉकडाउन के दौरान सबसे ज्यादा बिना ड्राइविंग लाइसेंस व बिना हेलमेट के वाहन चालकों से चालान काटा गया था. जबकि लॉकडाउन एक में बिना ड्राइविंग लाइसेंस के 80 लाख 70 हजार रुपए का जुर्माना लगा था. जबकि बिना हेलमेंट के 29 लाख 16 हजार रुपए का जुर्माना लगाया गया था. लॉकडाउन दो में बिना ड्राइविंग लाइसेस के 1 करोड़ 11 लाख 80 हजार रुपए का जुर्माना लगा था. जबकि बिना हेलमेट के 30 लाख 98 हजार रुपए का जुर्माना लगा था. इतना ही नहीं, चेकिंग प्वॉइंट पर सबसे ज्यादातर बिना नंबर प्लेट भी पकड़े गए हैं. लॉकडाउन के दौरान ऐसे लोग नंबर प्लेट लगाए बिना घूम रहे थे.
बिना मास्क के 780 का कटा फाइन, लाखों की वसूलीकोरोना वायरस संक्रमण तेजी से फैलने के बावजूद आम लोगा मास्क पहनने को लेकर गंभीर नहीं हैं. मास्क नहीं पहनने वालों को लेकर ट्रैफिक पुलिस लगातार अभियान चला रही है. रांची ट्रैफिक पुलिस ने शहर के विभिन्न चौक चौराहों पर अभियान चलाकर केवल सितंबर से लेकर नवंबर 2020 तक ही 780 लोगों से फाइन वसूली गई है. ट्रैफिक पुलिस की ओर से धारा 179 के तहत इस मामले में फाइन की वसूली हो रही है. रांची ट्रैफिक पुलिस के आंकड़ों के मुताबिक, अबतक 3.17 लाख रूपये की वसूली पुलिस कर चुकी है.
32 हजार डीएल निलंबितलॉकडाउन की शुरुआत से लेकर अब तक 32 हजार ड्राइविंग लाइसेंस डीटीओ के पास निलंबित करने के लिए भेजा जा चुका है. अगर जिन लोगों के ड्राइविंग लाइसेंस निलंबित करने के लिए भेजा गया है. आगे दो बार यही गलती करते हैं तो उनका ड्राइविंग लाइसेंस हमेशा के लिए बर्खास्त कर दिया जाएगा. इसके बाद में भारत के किसी भी शहर में अपना ड्राइविंग लाइसेंस नहीं बनवा पाएंगे.
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नियम और कोरोना के खतरों की अनेदखी
राजधानी रांची में लॉकडाउन के बाद भी ट्रैफिक नियमों की धज्जियां उड़ाने से लोग बाज नहीं आ रहे. पुलिस की कार्रवाई के बावजूद लोग बेवजह सड़क पर घूमते मिल ही जाते हैं. झारखंड में सबसे अधिक लॉकडाउन उल्लंघन के 310 मामले राजधानी रांची में ही दर्ज की गई है. इनमें सात सौ से अधिक नामजदों का नाम शामिल हैं. पुलिस ने बिना पास, बिना कारण के घूमने वालों के खिलाफ कार्रवाई की थी, कुछ लोगों को सड़कों पर ही कान पकड़कर उठक-बैठक भी कराई गई थी, कुछ का पोस्टर के साथ तस्वीर उतारी गई. फिर भी लोग अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे. वर्तमान में भी कुछ ऐसा ही हाल है, मास्क को लेकर आम लोग जरा भी जागरूक नहीं है. रांची के सीनियर एसपी सुरेंद्र झा के अनुसार मास्क नहीं पाने वालों के खिलाफ भी लगातार कार्रवाई की जा रही है, जो जारी रहेगा.