रांचीः राज्य में 20 सूत्री कमिटी गठन को लेकर सत्तारूढ़ दलों के अंदर फॉर्मूला तैयार कर लिया गया है. जिसके तहत सत्तारूढ़ दलों के बीच जिला आवंटित की गई है. हालांकि इसकी औपचारिक घोषणा होना बाकी है.
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20 सूत्री कमिटी गठन को लेकर मिल रही जानकारी के मुताबिक जिसकी जितनी भागीदारी, उसकी उतनी हिस्सेदारी को आधार बनाया गया है. जिसके तहत राज्य के सभी 24 जिलों को बांटा गया है. जिसमें सर्वाधिक झारखंड मुक्ति मोर्चा को 13 जिला, दूसरे नंबर पर कांग्रेस को 10 और राजद को 1 जिला दिया गया है.
प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष और पार्टी के 20 सूत्री गठन के प्रभारी राजेश ठाकुर ने कहा है कि तीनों दलों के बीच फार्मूला तैयार हो चुका है. इसको लेकर सभी दलों को अपने-अपने कार्यकर्ताओं और नेताओं के नाम की सूची तैयार करने को कहा गया है. इधर झामुमो प्रदेश प्रवक्ता मनोज पांडे ने भी 20 सूत्री को लेकर आ रही सभी बाधाओं को दूर कर फार्मूला तैयार हो जाने का दावा किया है.
20 सूत्री को लेकर एक अनार सौ बीमार की स्थिति
20 सूत्री कमिटी में जगह बनाने के लिए सत्तारूढ़ दलों के कार्यालय में कार्यकर्ताओं की भीड़ देखी जा रही है. जिला अध्यक्ष से लेकर पार्टी के जोनल कॉर्डिनेटर और विधायक भारी भरकम सूची पार्टी दफ्तर में भेज रहे हैं.
आलम यह है कि कांग्रेस दफ्तर में अब तक पांच हजार से अधिक कार्यकर्ता और नेताओं का नाम बंद लिफाफे में पहुंच चुका है. पार्टी दफ्तर तक नाम पहुंचाने में सफल रहे कार्यकर्ता इस उम्मीद के साथ हैं कि लंबे कार्य अनुभव और पार्टी के प्रति समर्पण का लाभ सम्मान के रुप में पार्टी की ओर से 20 सूत्री कमिटी में जगह देकर जरूर दी जाएगी.
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राज्य स्तर से लेकर प्रखंड स्तर तक में 20 सूत्री और निगरानी कमिटी में कुल मिलाकर 52सौ कार्यकर्ताओं का समावेश होगा. इसके अलावा सभी दलों के विधायक अपने-अपने क्षेत्र में पदेन सदस्य के रुप में समिति में रहेंगे. कांग्रेस के खाते में जो जिले आ रहे हैं उसमें पलामू, हजारीबाग ,रामगढ़ कोडरमा, देवघर, गोड्डा, पाकुड़, लोहरदगा शामिल है, वहीं राजद खाते में चतरा शामिल है.
धनबाद और रांची में कांग्रेस-झामुमो की संयुक्त भागीदारी रहेगी. खूंटी सहित शेष 13 जिला झामुमो के खाते में होने की संभावना है. ऐसे में सत्तारूढ़ दलों के कार्यकर्ताओं में अपना नाम निश्चित कराने को लेकर होड़ सी मची है. अब देखना होगा कि आखिर इस अनार को पाने में कौन सफल हो पाता है.