रांची: डॉक्टरों की हड़ताल खत्म हो चुकी है. मारपीट के आरोपी की गिरफ्तारी के बाद यह निर्णय लिया गया. आज से राज्य के सभी सरकारी और गैरसरकारी डॉक्टर हड़ताल पर थे. केवल इमरजेंसी सेवाएं जारी थीं. जमशेदपुर में एमजीएम अस्पताल के डॉक्टर के साथ मारपीट के विरोध में डॉक्टर कार्य बहिष्कार कर रहे थे.
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कार्य बहिष्कार पर डॉक्टरः राज्य के लगभग 13 हजार डॉक्टर आज से काम नहीं कर रहे थे. आईएमए की झारखंड इकाई और झारखंड हेल्थ सर्विस एसोसिएशन के आह्वान पर डॉक्टरों ने काम बंद किया. सुबह 6 बजे से ही सभी डॉक्टर कार्य बहिष्कार पर चले गए. डॉक्टर मारपीट करने वालों पर कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे थे.
प्रशासन के रवैये से नाराजः डॉक्टरों का कहना था कि वीडियो फुटेज होने के बाद भी अभी तक पुलिस ने दोषियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है. दोषियों के खिलाफ प्रशासन के रवैये की वजह से डॉक्टर काफी आक्रोशित थे. जमशेदपुर के डॉक्टरों ने गुरुवार से कार्य बहिष्कार कर दिया था. डॉक्टरों का कहना था कि मारपीट की घटना से यह साफ है कि मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट की राज्य में कितनी जरूरत है. डॉक्टरों की हड़ताल की वजह से सभी अस्पतालों में ओपीडी और अन्य सुविधाएं बाधित हुईं. केवल आपातकालीन सेवा जारी हैं. डॉक्टरों का साफ कहना था कि मरीजों को होने वाली परेशानी की जिम्मेदार स्वास्थ्य विभाग और सरकार है.
जानिए हड़ताल की वजहःबता दें कि सोमवार(18 सितंबर) को देर रात को जमशेदपुर के एमजीएम अस्पताल में मरीज के परिजन ने आईसीयू वार्ड में तैनात डॉक्टर कमलेश की पिटाई कर दी थी. जिसके बाद अस्पताल में हंगामा मच गया था. मारपीट में डॉक्टर बुरी तरह घायल हो गए थे. आईसीयू में भर्ती एक बच्ची की मौत के बाद परिजनों ने डॉक्टरों पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाया था और डॉक्टर को पीट दिया था.