रामगढ़: झारखंड के रामगढ़ जिले में पानी का संकट झेल रहे ग्रामीणों के सब्र का बांध गुरुवार को टूट गया. जिसके बाद नाराज तीन पंचायत के जनप्रतिनिधि एवं ग्रामीणों ने जलमीनार के मुख्य द्वार पर तालाबंदी कर दी (Villagers locked main gate of Jal Minar to water problem in Ramgarh). जलमीनार के मुख्य द्वार पर ताला लगा दिए जाने से वहां कार्यरत पानी सप्लाई करने वाले इंचार्ज आर कर्मी घंटों अंदर ही बंद रहे. इस बीच जनप्रतिनिधियों और ग्रामीणों ने खूब नारेबाजी की.
रामगढ़ में पानी सप्लाई नहीं होने पर भड़के ग्रामीण, जलमीनार के मेन गेट में जड़ा ताला
रामगढ़ के कुजू में पेयजलापूर्ति की समस्या से नाराज ग्रामीणों ने जलमीनार के मेन गेट पर ताला जड़ दिया और करीब तीन घंटे तक कर्मचारियों को बंधक बनाए रखा. इस दौरान उन्हें नियमित पेयजलापूर्ति का आश्वासन दिया गया जिसे बाद ग्रामीणों ने मेन गेट को खोला.
जानकारी के अनुसार, कुज्जु ओपी क्षेत्र की में जिला प्रशासन की ओर से डीएमएफटी फंड से बने जलमीनार से नियमित रूप से जलापूर्ति नहीं हो रही थी. इससे करीब 20 हजार ग्रामीणों की आबादी को पीने का पानी नहीं मिल पा रहा था. कहा जा रहा है कि हर घर नल जल योजना के तहत शिवपुरी कॉलोनी में डीएमएफटी फंड से करीब 22 करोड़ रुपये की लागत से जलमीनार का निर्माण किया गया था. जिससे कुजू क्षेत्र की तीन पंचायत कुजू पूर्वी, कुजू पश्चिमी एवं कुजू दक्षिणी के हजारों घरों में पाइपलाइन से कनेक्शन किया गया है. लेकिन कनेक्शन होने के बाद भी उसमें पानी की सप्लाई नहीं हो रही है.
हंगामा कर रहे ग्रामीणों का आरोप है कि पानी सप्लाई का काम जिस ठेकेदार ने लिया है वह अपनी मनमर्जी तरीके से पानी की सप्लाई कर रहा है, कभी सप्ताह में एक बार, कभी दस दिन और कभी एक बार भी पानी की सप्लाई नहीं करता है. जबकि पानी की सप्लाई हर दिन करना है, यही नहीं ठेकेदार ने करीब दो वर्ष पहले 500 लोगों से पानी कनेक्शन के नाम पर साढ़े तीन तीन सौ रुपये वसूल चुका है, लेकिन अभी तक उनलोगों को पानी कनेक्शन नहीं दिया है.
हंगामा कर रहे मुखियाओं के अनुसार जबतक हमारे पंचायतो में सही से जलापूर्ति नहीं होगी यह आंदोलन जारी रहेगा. हालांकि ग्रामीणों की इस हंगामे को लेकर जिले के पीएचडी विभाग के जेई विमलेंदु प्रसाद ने टेलीफोनिक जानकारी दिया है कि हम जल्द ही इस मामले को देखते है और समाधान करते है.