रामगढ़: कमर्शियल माइनिंग लागू करने और श्रम कानूनों में संशोधन सहित केंद्र सरकार के कथित मजदूर विरोधी नीतियों के खिलाफ आगामी 2 जुलाई से कोयला उद्योग में तीन दिवसीय हड़ताल की घोषणा की गई है. केंद्र सरकार के कोयला उद्योग के निजीकरण के विरोध में संयुक्त ट्रेड यूनियन मोर्चा का आंदोलन जारी रहेगा. बता दें कि तीन दिवसीय हड़ताल 2 से 4 तारीख तक घोषणा की गई है. उसी को सफल बनाने को लेकर पीट मीटिंग के दौरान सभी संयुक्त मोर्चा ट्रेड यूनियन शामिल हुए.
कोल ब्लॉक नीलामी: ट्रेड यूनियन की पिट मीटिंग, विरोध की तैयारी में संयुक्त ट्रेड यूनियन मोर्चा - United Trade Union Front in preparation for protest in ramgarh
भुरकुंडा सीसीएल कोयलांचल के कोयला खदान में कोल इंडिया की तीन दिवसीय हड़ताल को सफल बनाने को लेकर पिट मीटिंग आयोजित की गई, जिसमें संयुक्त मोर्चा ट्रेड यूनियन ने आंदोलन को जारी रखने की बात कही और तीन दिवसीय हड़ताल को सफल बनाने को लेकर सभी ने एक स्वर में हामी भर तैयारी में जुटने की बात कही.
मजदूर नेताओं ने कहा कि केंद्र सरकार मजदूर विरोधी नीति के फैसले पर अड़ी है. केंद्र सरकार के मजदूर विरोधी नीति के खिलाफ दो जुलाई से तीन दिवसीय हड़ताल की जा रही है. यह हड़ताल मजदूर हित में है. कोयला उद्योग में कमर्शियल माइनिंग लागू कर केंद्र सरकार ने रोजगार छीनने का काम किया है. ऐसी स्थिति में हमारे पास विरोध के लिए हड़ताल करने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचता है. इसलिए आगामी दो जुलाई से कोयला उद्योग में तीन दिवसीय हड़ताल होगी. हड़ताल को सफल बनाने के लिए श्रम संगठन के लोग अभी से जुटे हुए हैं.