झारखंड

jharkhand

ETV Bharat / state

रामगढ़ छावनी परिषद में मृत व्यक्ति ने किया बवाल!, टैक्स सुपरिंटेंडेंट ने दर्ज कराई एफआईआर - रामगढ़ छावनी परिषद

रामगढ़ छावनी परिषद के टैक्स सुपरिंटेंडेंट ने 10 नामजद समेत 30-40 लोगों के खिलाफ रामगढ़ थाने में बवाल करने की रिपोर्ट दर्ज कराई है. इसके उलट किसान मजदूर संघ ने थाने में एक आवेदन देकर दुकानदारों के खिलाफ फर्जी शिकायत करने का आरोप लगाया है. संघ का कहना है कि सुपरिंटेंडेंट ने 15 साल पहले मरे एक व्यक्ति तक के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करा दी है.

टैक्स सुपरिंटेंडेंट ने दर्ज कराई एफआईआर
टैक्स सुपरिंटेंडेंट ने दर्ज कराई एफआईआर

By

Published : Feb 1, 2021, 6:46 PM IST

रामगढ़: छावनी परिषद के टैक्स सुपरिंटेंडेंट की एक शिकायत इन दिनों जिले में चर्चा का विषय बनी हुई है. रामगढ़ छावनी परिषद के कर अधीक्षक (टैक्स सुपरिंटेंडेंट) उमेश ने डेली सब्जी मार्केट के तीन नंबर गेट को साथ ले जाने, गेट का ताला तोड़ने और बवाल करने में रामगढ़ थाने में एक प्राथमिकी दर्ज कराई है. इसमें 10 नामजद और 30-40 अज्ञात लोगों को आरोपी बनाया गया है. किसान मजदूर संघ का आरोप है कि कर अधीक्षक ने 15 साल पहले मृत व्यक्ति तक को भी आरोपी बना दिया है. संगठन का आरोप है कि फर्जी शिकायत दर्ज कराई गई है.

देखें पूरी खबर


ये भी पढ़ें-बंद कमरे में सो रहा था एक परिवार, सुबह युवक का शव बरामद, बच्ची और पत्नी की हालत गंभीर


किसान मजदूर संघ ने रामगढ़ थाने में एक आवेदन दिया है, इसमें लिखा गया है कि 15 साल पूर्व मृत मोहम्मद जहांगीर पर भी कर अधीक्षक उमेश ने मामला दर्ज कराया है. इससे सवाल उठता है कि 15 साल पहले मृत व्यक्ति ने छावनी परिषद के गेट का ताला कैसे तोड़ा और वो गेट कैसे साथ ले गया. मजदूर संघ ने पुलिस को बताया कि छावनी क्षेत्र के डेली सब्जी बाजार के तीनों गेट सही सलामत हैं और उनमें से दो गेट में छावनी परिषद ने ताला लगाया था, जबकि एक गेट को केवल रस्सी से बांध दिया गया था. संगठन से जुड़े लोगों ने बताया कि छावनी परिषद द्वारा लोगों को परेशान करने के लिए प्राथमिकी दर्ज कराई गई है. उन्होंने जिला पुलिस कप्तान से निष्पक्ष जांच की मांग की है.
कॉम्प्लेक्स में जगह मिले तो कोई दिक्कत नहीं...
इधर स्थानीय दुकानदारों का कहना है कि यह पूरा इलाका शॉपिंग कॉम्प्लेक्स डेवलप करने के लिए उन्हें जानबूझकर परेशान किया जा रहा है, ताकि वहां से दुकानदार हट जाएं. दुकानदारों का कहना है कि तीन पीढ़ी से करीब 1958 से वे यहां पारंपरिक रूप से दुकान लगाते हैं, ऐसे में उन्हें हटाने के लिए ऐसे हथकंडे अपनाए जाएंगे तो वो कहां जाएंगे. दुकानदारों का स्पष्ट कहना है कि वे विकास कार्यों में बाधा नहीं डालना चाहते हैं लेकिन शॉपिंग कॉम्प्लेक्स में उन्हें भी दुकान की जगह दी जाए . साथ ही वैकल्पिक व्यवस्था भी की जाए ताकि कॉम्प्लेक्स बनने तक उनका रोजगार सलामत रहे. इधर छावनी परिषद के अधिकारी इस प्रकरण में कुछ भी बोलने से कतरा रहे हैं

ABOUT THE AUTHOR

...view details