रामगढः जिले के मांडू थाना क्षेत्र के पुंडी बस्ती में एक वयक्ति की मौत हो गई. इसके बाद आनन-फानन में शव को दफनाया गया. मौके पर पहुंचकर एसडीपीओ, इंस्पेक्टर और मांडू पुलिस ने पूरे मामले की छानबीन की. मृतक की पत्नी ने बताया की साइकिल से गिरने से उसके पति की मौत हुई है, जबकि चर्चा है कि चाल धंसने से उसकी मौत हुई है.
रामगढ़ के मांडू में कोयला खदान के पास व्यक्ति की संदेहास्पद मौत, जांच में जुटी पुलिस - रामगढ़ में व्यक्ति की मौत
रामगढ़ के मांडू थाना क्षेत्र के पुंडी बस्ती का रहनेवाले मनिरुद्दीन अंसारी की मौत हो गई. अभी स्पष्ट रूप से उसकी मौत के कारणों का पता नहीं चला है. स्थानीय पुलिस लगातार मामले की छानबीन कर रही है.
मांडू थाना क्षेत्र के पुंडी बस्ती का रहने वाला मनिरुद्दीन अंसारी की मौत की खबर गांव के साथ-साथ पूरे क्षेत्र में फैल गई. लोग तरह-तरह की चर्चा करने लगे, घटना के संबंध में बताया जा रहा है कि मांडू थाना क्षेत्र के पुंडी सीसीएल की सुल्तान कोयला खदान के पास सीसीएल सुरक्षाकर्मियों की मिलीभगत से कोयले का अवैध उत्खनन चल रहा था. खुदाई के दौरान ही उसकी मौत कोयले की चट्टान खिसकने से हो गई. घटना के तुंरत बाद ही उसके साथ खनन कर रहे अन्य साथी शव को लेकर फरार हो गए और आनन-फानन में उसके शव को दफना भी दिया गया.
पुलिस की ओर से ग्रामीणों और मृतक की पत्नी से पूछताछ की गई. पत्नी ने बताया कि वे अपने पति को साइकिल से सब्जी लाने के लिए मांडू सब्जी बाजार भेजी थी. कुछ समय बाद कुछ लोग ने सूचना दी कि साइकिल से गिरने से उनकी मौत हो गई है और शव को आंगन में रख दिया. जांच करने गए एसडीपीओ अनुज उरांव ने कहा कि सूचना मिली थी कि चाल धंसने से एक व्यक्ति की मौत हो गई है लेकिन ना ही सीसीएल के अधिकारी न ही मृतक के परिजन और पत्नी या गांववाले कुछ भी बता रहे हैं. मृतक की पत्नी ने बताया कि साइकिल से गिरने से उनकी मौत की सूचना मिली थी और सीसीएलकर्मियों ने बताया कि यह खदान चालू है और यहां किसी भी तरह का अवैध उत्खनन नहीं होता है. यदि अवैध उत्खनन का कोई भी मामला प्रकाश में आता है तो किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा. मृतक के परिजनों की ओर से जो आवेदन दिया जाएगा उस पर कार्रवाई निश्चित तौर पर की जाएगी. सवाल यह उठता है कि यदि मृतक की साइकिल से गिरने से मौत हुई है तो मृतक के परिजन और गांव वालों ने आनन-फानन में शव को क्यों दफना दिया? पोस्टमार्टम के लिए पुलिस को खबर नहीम दी गई ? सीसीएल की माइंस को अगर आप गौर से देखेंगे तो चारों ओर कोई लेकर ढेर को इकट्ठा किया गया है. यहीं से कोयले को साइकिल और ट्रैक्टरों के माध्यम से फैक्ट्रियों और मांडू कुज्जु ईंट-भट्ठों में खपाया जा रहा है. यदि मांडू और कुज्जू पुलिस अवैध उत्खनन को नहीं रोकती है तो आने वाले दिनों में बड़ी घटना से इनकार नहीं किया जा सकता है.