रामगढ़: मां-बाप अपने बच्चों की अच्छी तालीम के लिए उनका बेहतर संस्थानों में दाखिला कराते हैं. वहीं, रामगढ़ जिले के गवर्नमेंट इंजीनियरिंग कॉलेज में बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ हो रहा है. लगभग 500 होनहार बच्चे कॉलेज प्रबंधन की लापरवाही की वजह से परीक्षा से वंचित हो गए हैं.
गवर्नमेंट इंजीनियरिंग कॉलेज के 500 छात्रों को नहीं मिला एडमिट कार्ड, छूटी परीक्षा
रामगढ़ इंजीनियरिग कॉलेज में अध्ययनरत द्वितीय वर्ष के बच्चों के सेमेस्टर-4 और तृतीय वर्ष के बच्चों के सेमेस्टर-6 की परीक्षा हैं. कॉलेज की लापरवाही के कारण बच्चों को एडमिट कार्ड नहीं मिला. इस कारण 500 से अधिक बच्चे बीती 16 मई की परीक्षा में शामिल नहीं हो पाए.
विनोबाभावे यूनिवर्सिटी और गवर्नमेंट इंजीनियरिंग कॉलेज रामगढ़ के बीच कॉलेज की संबद्धता के मामले कि आंच अब छात्रों के भविष्य पर पड़ने लगी है. यहां लगभग 500 छात्र-छात्राएं अपनी परीक्षा देने से वंचित हो गए हैं. 500 से अधिक बच्चों को एडमिट कार्ड नहीं मिलना ये काफी दुर्भाग्यपूर्ण बात है. आखिर इतनी बड़ी लापरवाही हुई कैसे. इस लापरवाही का जिम्मेदार सरकार को मानें या कॉलेज प्रबंधन दोषी है.
रामगढ़ इंजीनियरिग कॉलेज में अध्ययनरत द्वितीय वर्ष के बच्चों के सेमेस्टर-4 और तृतीय वर्ष के बच्चों के सेमेस्टर-6 की परीक्षा हैं. कॉलेज की लापरवाही के कारण बच्चों को एडमिट कार्ड नहीं मिला. इस कारण 500 से अधिक बच्चे बीती 16 मई की परीक्षा में शामिल नहीं हो पाए. छात्रों का कहना है कि हमने तो इस कॉलेज को सरकारी मान्यता प्राप्त सोचकर ही दाखिला लिया. अब इस पेंच ने तो हमारे भविष्य पर ही प्रश्न चिन्ह लगा दिया है.
वहीं, कॉलेज प्रबंधन का कहना है कि इसमें हमारी कोई गलती नहीं है. हमने सरकार के खिलाफ एक मामला झारखंड हाई कोर्ट में दायर किया है, जिसकी सुनवाई 12 जून को होगी. फैसले के बाद सभी बच्चों की परीक्षा ली जाएगी. विश्वविद्यालय की लापरवाही के कारण बच्चों का एडमिट कार्ड नहीं मिल पाया है. इसमें हमारे कॉलेज की कोई गलती नहीं है.