रजरप्पा में शारदीय नवरात्रि की धूम रामगढ़ः देश के प्रसिद्ध सिद्ध पीठ स्थल मां छिन्नमस्तिका मंदिर में भी शारदीय नवरात्रि के तीसरे दिन मां चंद्रघंटा की पूजा पूरे विधि विधान से की गई. मां को विशेष भोग लगाया गया. 56 प्रकार का भोग माता को लगाया गया. वहीं तीसरे दिन भी भव्य गंगा आरती का आयोजन किया गया. माता की संध्याकालीन आरती में सैकड़ों की संख्या में भक्त शामिल हुए.
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शारदीय नवरात्रि के मौके पर सिद्धपीठ मां छिन्नमस्तिका मंदिर को फूलों से सजाया गया है. यहां पूजा करने आए श्रद्धालु भव्य सजावट को देखकर काफी खुश हैं. इस बार सजावट के जरिए मंदिर को दक्षिणेश्वर काली मंदिर का स्वरूप दिया गया है. नवरात्रि शुरू होते ही कोलकाता से आए 40 कारीगरों की टीम मां छिन्नमस्तिका मंदिर को फूलों से भव्य रूप देने में लगी हुई थी. देसी विदेशी फूलों से पूरे मंदिर प्रक्षेत्र को सजाया गया है. पूरे मंदिर में चारों ओर मंत्र उच्चारण और भक्तिमय माहौल से ऐसा लग रहा है कि मानो मां भगवती साक्षात रूप से भक्तों के साथ है. मंदिर प्रक्षेत्र के अद्भुत दृश्य को देख भक्त मंत्रमुग्ध हो रहे हैं. रंग बिरंगे फूलों से मंदिर सजने के बाद पूरा क्षेत्र खुशबू से महक उठा है. शारदीय नवरात्र के तीसरे दिन दिन चन्द्रघंटा माता की विधिवत पूजा-अर्चना की गयी.
मंदिर के वरिष्ठ पुजारी अजय पंडा ने बताया कि अहले सुबह ही मंदिर के पट को खोल दिया गया था, सुबह मंगल आरती के बाद से ही बड़ी संख्या में श्रद्धालु माता के मंदिर पहुंचे. लोगों ने मां छिन्नमस्तिके देवी की विधिवत पूजा-अर्चना कर माता का आशीर्वाद लिया. इसके अलावा भव्य तरीके से साज सज्जा के साथ लोग सेल्फी भी ले रहे हैं. 56 प्रकार के भोग संध्या आरती में लगाए गए. विभिन्न हवन कुंडों में साधक अपनी साधना में लीन हैं. नवरात्रि में माता की पूजा अर्चना के लिए झारखंड ही नहीं बल्कि देश-विदेश से श्रद्धालु यहां आते हैं और मां का आशीर्वाद लेते हैं.