रामगढ़ः एसडीपीओ किशोर कुमार रजक के खिलाफ रामगढ़ थाना में उनकी पत्नी वर्षा श्रीवास्तव ने मारपीट घरेलू हिंसा और दहेज उत्पीड़न का मामला दर्ज कराया है. पूरे मामले में रामगढ़ पुलिस गंभीरता पूर्वक जांच कर रही है. मामले की गंभीरता को देखते हुए आवेदन मिलने के बाद वर्षा श्रीवास्तव की मेडिकल जांच कराई गयी. सूत्रों के अनुसार उन्हें बेहतर इलाज के लिए रांची रेफर कर दिया गया है.
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रामगढ़ थाना में रामगढ़ एसडीपीओ किशोर कुमार रजक के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है. रामगढ़ थाना में थाना प्रभारी रोहित कुमार ने किशोर कुमार रजक के खिलाफ कांड संख्या 16/2022 u/s 341/323/325/308/498 (a) IPC के तहत मामला दर्ज करते हुए इन्वेस्टिगेशन का जिम्मा रामगढ़ थाना के एएसआई मालती कुमारी को दिया है. यहां बता दें कि इससे पहले भी रामगढ़ में एसडीपीओ किशोर कुमार रजक तत्कालीन प्रशिक्षु डीएसपी के तौर पर रामगढ़ जिला में 2018 में कार्यरत थे. उस दौरान भी पत्नी ने महिला थाना में और पति ने रामगढ़ थाना में एक-दूसरे के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई थी.
रामगढ़ एसडीपीओ की पत्नी का दिया आवेदन वर्षा श्रीवास्तव ने सोशल मीडिया पर भड़ास निकालीः इस पूरे मामले में झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने अपने ट्विटर हैंडल में लिखा है कि 'जब रक्षक ही भक्षक बन जाए तो राज्य में आम आदमी कितना सुरक्षित महसूस करेगा, रामगढ़ एसडीपीओ किशोर कुमार रजक की अधिवक्ता पत्नी को अपने पति से ही जान का खतरा है. क्या झारखंड पुलिस के इस वरिष्ठ पदाधिकारी के अमानवीय चेहरे के पुलिस के प्रति लोगों के मन में विश्वास नहीं पड़ेगा? सीएम हेमंत सोरेन और डीजीपी झारखंड से अनुरोध हैं कि ऐसे अधिकारी को पहले निलंबित कर गिरफ्तार करें और उनकी पत्नी को न्याय दिलाएं!' सिर्फ यही नहीं इस मामले में भाजपा के वरिष्ठ नेता कुणाल षाड़ंगी ने भी ट्वीट किया है.
मामले पर बाबूलाल मरांडी का ट्वीट क्या है शिकायत मेंः रामगढ़ थाना में वर्षा श्रीवास्तव ने अपने पति रामगढ़ एसडीपीओ किशोर कुमार रजक के खिलाफ लिखित आवेदन में लिखा है किप्रार्थिनी वर्षा श्रीवास्तव पत्नी किशोर कुमार रजक एसडीपीओ रामगढ़ निवासी एसडीपीओ आवास बिजुलिया रामगढ़ दिनांक 14-01-2022 को मेरे पति ने मुझे गला घोटकर मारने का प्रयास किया. मैंने किसी तरह अपनी जान बचाई. फिर पति ने मुझे लात घूसों से मारा फिर मेरे सिर पर गंभीर आघात किया. जिसके कारण मैं बेहोश हो गयी. फिर उन्होंने मेरे ऊपर पानी डाला होश आने पर फिर से बाल पकड़कर मुझे सिर पर मारा. जिससे सिर पर गंभीर चोट आई है. मेरी दाईं आंख की रोशनी कम हो गई और दाएं कान से भी सुनने में दिक्कत आ रही है. इसके बाद में वह मुझे रूम में छोड़कर भाग गए और घर के सभी गार्ड को को निर्देश दिया कि मुझे घर से बाहर ना जाने दिया जाए. इससे पहले भी उन्होंने मेरे साथ कई बार मारपीट किया है किसी तरह जान बचाकर मैं बगल में डॉक्टर सांत्वना शरण हॉस्पिटल में अपना इलाज करवाई. अतः आपसे अनुरोध है कि इस मामले में एफआइआर दर्ज करने की कृपा करें ताकि मेरी वह मेरे 2 वर्षीय पुत्र की जान माल की सुरक्षा हो सके.