रामगढ़: आकांक्षी जिला कार्यक्रम अंतर्गत नीति आयोग द्वारा प्रतिमाह जारी किए जाने वाले डेल्टा रैंकिंग में बेहतरीन कार्य करने के लिए रामगढ़ जिले को देश में 14वां स्थान दिया गया है (Ramgarh ranked 14th in NITI Aayog Delta Ranking). वहीं, स्वास्थ्य एवं पोषण के क्षेत्र में जुलाई महीने में जारी डेल्टा रैंकिंग में रामगढ़ जिले को छठा स्थान प्राप्त हुआ है. इसके अलावा रामगढ़ को कृषि के क्षेत्र में 87वां, एजुकेशन में 106वां, वित्तीय समावेशन एवं कौशल विकास में 69वां और बुनियादी ढांचे में 15वां स्थान प्राप्त हुआ है. जबकि समग्र आकलन में जिले को इस माह 14वां स्थान मिला है.
ये भी पढ़ें:नीति आयोग के नवाचार सूचकांक में प्रमुख राज्यों की श्रेणी में कर्नाटक शीर्ष स्थान पर
नीति आयोग ने आकांक्षी जिला कार्यक्रम के तहत प्रतिमाह जारी किए जाने वाले डेल्टा रैंकिंग में सुधार के लिए उपायुक्त माधवी मिश्रा के निर्देश पर नियमित रूप से सभी विभागों की समीक्षा बैठक का आयोजन किया जा रहा है. वहीं सभी संबंधित विभागों अधिकारियों को इस पर विशेष ध्यान देते हुए नियमित रूप से कार्यों की समीक्षा कर ससमय डाटा पोर्टल पर अपलोड कराने का निर्देश दिया गया है.
नीति आयोग की डेल्टा रैंकिंग में रामगढ़ को 14वां स्थान ये है आकांक्षी जिला कार्यक्रमः दरअसल, भारत में लोगों के जीवन की गुणवत्ता अंतर-राज्यीय और अंतर-जिला विविधताओं पर निर्भर करती है. इस आर्थिक विषमता को दूर करने के लिए देश के 117 जिलों में जनवरी 2018 में आकांक्षी जिला कार्यक्रम (Aspirational Districts program) की शुरुआत की गई थी. नीति आयोग की इस पहल का मकसद था पिछड़े जिलों की पहचान कर उनका तेजी से विकास करना. इसके अलावा देश में प्रतिस्पर्धी संघवाद की संस्कृति को बढ़ावा देकर पिछड़े जिलों की सामाजिक-आर्थिक स्थिति में सुधार करना.
कार्यक्रम में इन विषयों पर फोकसः इस कार्यक्रम का उद्देश्य ऐसे विषयों पर फोकस करना है, जिसका नागरिकों के जीवन पर सीधा असर पड़ता है.
ये विषय हैं
- स्वास्थ्य और पोषण.
- शिक्षा.
- कृषि और जल संसाधन.
- वित्तीय समावेशन और कौशल विकास.
- बुनियादी ढांचा.
एडीपी इन सिद्धांतों पर कार्य करता हैः एस्पिरेशनल डिस्ट्रिक्ट प्रोग्राम केंद्रीय और राज्य योजनाओं के प्रसार, नागरिकों और प्रशासकों के बीच सहयोग और जिलों के मध्य प्रतिस्पर्धा के सिद्धांत पर कार्य करता है. इसके लिए विकास कार्यों को जनता से जोड़ना यानी प्रत्येक जिले की क्षमता के अनुरूप यहां विकास के लिए जनांदोलन को प्रोत्साहित करना, प्रतिस्पर्धा की भावना को बढ़ाने के लिए जिलों की रैंकिंग करना और प्रगति का मापन करना आदि सिद्धांतों पर कार्य करता है. इसके लिए हर माह आकांक्षी जिलों की रैंकिंग की जाती है.