रांचीः आज के समय में खेती-बाड़ी के साथ–साथ पशुपालन का करोबार भी एक सफल कारोबार के रूप में उभरकर कर सामने आ रहा है. कोरोना महामारी ने जहां पूरे देश में आपदा जैसी स्थिति पैदा कर दी, वहीं कुछ लोगों ने इसे अवसर में बदलकर मिसाल पेश किया है. रामगढ़ जिले के सरैया गांव के किसान डेगलाल मुंडा ने कोरोना काल में बत्तख पालन की शुरुआत की और गांव के कई लोगों को रोजगार भी दिया. शुरुआती दौर में उन्हें मुनाफा जरूर हुआ लेकिन बाद में इन्हें कुछ नुकसान भी उठाना पड़ा.
रामगढ़ के किसान डेगलाल ने आपदा में तलाशा अवसर, बतख पालन से बने आत्मनिर्भर, अब दे रहे रोजगार
कोरोना बीमारी की वजह से जहां कई लोग बेरोजगार हो गए. वहीं कई ऐसे लोग हैं जिन्होंने इस आपदा के काल को अवसर का समय बना दिया. आज वो खुद तो आत्मनिर्भर हैं ही, कई लोगों को रोजगार भी दे रहे हैं. ऐसे ही एक किसान हैं रामगढ़ के डेगलाल मुंडा.
Ramgarh farmer Degalal Munda
रामगढ़ जिला अंतर्गत रामगढ़ प्रखंड में अधिकतर किसान धान की खेती करते हैं. सब्जी की खेती बहुत बहुत ही कम किसान कर पाते हैंं यहां भौगोलिक स्थिति भी ऐसी है कि यहां पर सालोंभर खेती करना आसान नहीं है. अधिकांश जमीन यहां पर ऊपरी जमीन है. जहां खेती करना आसान नहीं होता है. ऐसे में सरैया गाव के युवक डेगलाल मुंडा बत्तख पालन से अच्छी आमदनी कर दूसरे युवाओं के लिए रोजगार के रास्ते भी दिखा रहे हैं.