रामगढ़ः हजारीबाग सांसद जयंत सिन्हा, रामगढ़ चैंबर के आग्रह पर बिजली कटौती और ट्रेनों के रूट डायवर्जन के मुद्दे पर बैठक के लिए पहुंचे थे. रामगढ़ चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज भवन बिजुलिया में सांसद जयन्त सिन्हा और चैंबर पदाधिकारियों की बैठक में अचानक माहौल बिगड़ गया. मीटिंग में हंगामा हो गया और चैंबर सदस्य सांसद के व्यवहार पर आक्रोशित हो गए.
इसे भी पढ़ें- SC की तल्ख टिप्पणी, 'जनप्रतिनिधियों का अमर्यादित व्यवहार माफी के काबिल नहीं'
बता दें कि इस बैठक की अध्यक्षता एवं संचालन चैंबर अध्यक्ष पंकज प्रसाद तिवारी कर रहे थे. बैठक के दौरान चैंबर के पूर्व अध्यक्ष आनंद अग्रवाल, प्रदीप कुमार सिंह, अनूप कुमार बाबू साहब, मंजी सिंह छावनी परिषद के निवर्तमान उपाध्यक्ष, अनमोल सिंह ने जनहित के मुद्दों पर जनप्रतिनिधियों के उदासीनता की बात कही. वक्ताओं ने रामगढ़ में रेल का परिचालन को बंद करने का मुद्दा उठाया और जिले में हो रही विद्युत कटौती पर जनप्रतिनिधियों के मौन रहने पर सवाल खड़ा किया. इस पर हजारीबाग सांसद जयंत सिन्हा आग-बबूला हो उठे. आरोप है कि सांसद ने अमर्यादित तरीके से मंच का संचालन एवं अध्यक्षता कर रहे चैंबर अध्यक्ष पंकज प्रसाद तिवारी से माइक छीन लिया. इस पर वहां मौजूद चैंबर के सदस्य भड़क गए. सांसद के अमर्यादित व्यवहार को लेकर बैठक का बहिष्कार कर चैंबर भवन से बाहर निकलने लगे.
Video: चैंबर सदस्यों का हंगामा इस पूरे मामले पर Ramgarh Chamber of Commerce and Industries के अध्यक्ष पंकज प्रसाद तिवारी ने कहा कि हजारीबाग सांसद जयंत सिन्हा का व्यवहार अमर्यादित था, वो इसकी शिकायत भाजपा के केंद्रीय अध्यक्ष से भी करेंगे. बिजली के मुद्दे पर राज्य सरकार पर सवाल खड़ा करते हुए उन्होंने कहा कि राज्य की हेमंत सोरेन सरकार निष्ठुर और उदासीन है, उन्हें अपने राज्य की जनता के हितों का ख्याल नहीं है. क्या भाजपा और कांग्रेस के विवाद के कारण ऐसा हो रहा है इस सवाल पर उन्होंने कहा कि व्यापारी वर्ग तो बाकी लोगों के हितों के लिए लगातार आंदोलनरत हैं. चैंबर बिजली के मामले में झारखंड सरकार की जमकर आलोचना कर रहा है और चैंबर ने रामगढ़ विधायक की आलोचना भी की है.
ईटीवी भारत की रामगढ़ चैंबर अध्यक्ष से खास बातचीत हालांकि चैंबर अध्यक्ष पंकज प्रसाद तिवारी ने पूर्व अध्यक्षों और सदस्यों को समझा-बुझाकर मामला संभाला. जिसके बाद सदस्य माने और बैठक शुरू हुई. इसके बाद सांसद ने कहा कि उन्हें बोलने का मौका दें. उन्होंने कहा कि रांची राजधानी एक्सप्रेस के संबंध में प्रयास कर रहा हूं, रेल मंत्री ने कहा है कि पुनः इस मार्ग से ट्रेन परिचालन के लिए अध्ययन करूंगा. बिजली कटौती पर सांसद ने कहा कि इसके लिए राज्य सरकार जिम्मेदार है, आप लोगों को यह समझना होगा. उन्होंने यह भी बताया कि ट्रेन को बरकाकाना मार्ग से चलाने से रेलवे विभाग को नुकसान हो रहा था. इसलिए रांची राजधानी एक्सप्रेस को इस मार्ग से रेलवे विभाग ने बंद कर दिया है. आने वाले समय में रामगढ़ हजारीबाग रेल लाइन जब चालू होगा तो रेल की सुविधा आप लोगों को फिर से मिलेगी.