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रामगढ़ में बुलेट प्रूफ गाड़ी जब्त, 15 नामजद सहित सौ लोगों पर प्राथमिकी दर्ज - झारखंड न्यूज

रामगढ़ में पुलिस ने समाजसेवी निशि पांडेय के काफिले की गाड़ियों को जब्त कर थाने ले गई थी, साथ ही इस मामले में 15 नामजद और 100 अज्ञात लोगों पर मामला भी दर्ज हुआ था. पुलिस ने बताया समाजसेवी निशि पांडे के काफिले के साथ आपराधिक तत्व के लोग घूमते है और उनके काफिले में काफी आर्म्स हथियार भी रहता है

बुलेट प्रूफ गाड़ी जप्त

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Published : Jul 31, 2019, 9:48 AM IST

रामगढ़: जिले के मृतक कुख्यात अपराधी किशोर पांडे की पत्नी समाजसेवी निशि पांडेय के काफिले की गाड़ियों को पुलिस ने जब्त कर कार्रवाई की. इस मामले में 15 नामजद और 100 अज्ञात लोगों पर मामला दर्ज हुआ है. काफिले की एक बुलेट प्रूफ गाड़ी को लेकर पुलिस हरकत में आई थी, साथ ही काफिले से एक वॉन्टेड अपराधी भी गिरफ्तार हुआ था. इस मामले में पुलिस 3 गाड़ियों को जब्त कर जांच कर रही है.

देखें पूरी खबर

पुलिस ने बताया कि समाजसेवी निशि पांडे के काफिले के साथ आपराधिक तत्व के लोग घूमते हैं और उनके काफिले में काफी हथियार भी रहता है. उन्होंने बताया कि पतरातू में जितने भी कंस्ट्रक्शन के काम चल रहे हैं उसमे ये बाधा पहुंचाते हैं. पुलिस ने जांच के दौरान उनके काफिले से एक वांछित अपराधी को भी गिरफ्तार किया गया था. इसके बाद जांच के लिए निशि पांडे को गाड़ी सहित थाना लाया गया था. इस दौरान सैकड़ों की संख्या में निशी पांडे के समर्थक आए और उसके खिलाफ कोई भी कार्रवाई नहीं करने को लेकर पुलिस के विरुद्ध हंगामा करने लगे.

क्या थी घटना
निशि पांडे रविवार की शाम बरकाकाना तेलियातु से प्रोग्राम कर अपने काफिले से लौट रही थी. उसी क्रम में पुलिस बीच सड़क पर उनके काफिले की सर्च करने लगी और गाड़ियों को भुरकुंडा थाना ले आयी. जब निशि पांडे को थाना लाया गया तो उनके समर्थकों का हुजूम थाने पहुंच कर हंगामा करने लगे. इस वजह से पुलिस के आला अधिकारी भी वहां पहुंचे और काफी दबाव के बाद निशी पांडे अपने समर्थकों के साथ करीब 4 घंटे बाद दूसरी गाड़ी में बैठ वहां से गई थी.

पुलिस ने अब तक पूरे मामले में क्या किया
पुलिस ने निशि पांडे सहित उनके 15 समर्थकों पर नामजद प्राथमिकी और 100 अज्ञात लोगों पर सरकारी काम मे बाधा डालने का मामला भुरकुंडा थाना में दर्ज किया है, साथ ही काफिले में चलने वाली एक बुलेट प्रूफ गाड़ी है जो कुख्यात अपराधी विकास तिवारी के नाम पर रजिस्टर्ड है, जबकि दुसरा एक गाड़ी वीरेंद्र सिंह के नाम पर है, लेकिन आश्चर्य की बात यह है कि सभी गाड़ियों के अंतिम चार अक्षर 9300 हैं. पुलिस एमभीआई रिपोर्ट की इंतजार कर रही है, ताकि उस पर भी कार्रवाई की जा सके.

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