रामगढ़: टीबी की पहचान के लिए सीबीनेट की जांच की जाती है. यह सुविधा सिर्फ सदर अस्पताल में ही है. प्राइवेट क्लिनिक भी मरीजों को सदर अस्पताल में ही जांच के लिए भेजते हैं. लेकिन चौंकाने वाली बात ये है कि प्राइवेट अस्पताल मरिजों से जांच के लिए पैसे वसूल रहे हैं.
प्राइवेट अस्पताल की करतूत! जांच के लिए मरीज से पैसे और भेज दिया सदर अस्पताल - ईटीवी झारखंड
जिले के सदर अस्पताल में टीबी के मरीजों के लिए सीबीनेट जांच की सुविधा है. किसी भी मरीज को डॉक्टर सदर अस्पताल में ही सीबीनेट की जांच के लिए भेजते हैं जो निशुल्क होती है. बावजूद इसके प्राइवेट अस्पताल मरीजों से जांच के नाम पर फीस ले रहे हैं और उन्हें सदर अस्पताल भेज दे रहे हैं.
प्राइवेट क्लिनिक निरभया हेल्थ केयर सेन्टर
सिविल सर्जन ने वसूली को बताया गलत
मामले में सिविल सर्जन डॉ नीलम चौधरी ने कहा कि सदर अस्पताल में टीबी की जांच और दवा की नि:शुल्क व्यवस्था है. सीबीनेट मशीन से जांच के लिए यक्ष्मा केंद्र में मरीज से किसी प्रकार का शुल्क लेना उचित नहीं है. टीबी के मरीज की जांच के बाद प्राइवेट अस्पताल के डॉक्टर को मरीज की जानकारी भी यक्ष्मा विभाग के पदाधिकारियों को देने का निर्देश दिया गया है.