रामगढ़: अरगड्डा कहुआबेड़ा गांव के समीप सीसीएल के सील बंद पड़ी अंडर ग्राउंड मांइस हाथीदाड़ी और आस-पास की जमीन धंसती जा रही है. इसका ग्रामीणों ने रविवार को जमकर विरोध किया. इस सबंध में ग्रामीणों का कहना है कि जमीन धंसती जा रही है. सीसीएल ने खदान को कुछ साल पहले बंद किया था. लेकिन भूमिगत खदानों के मुहाने को ठीक तरह से बंद नहीं किया. ऐसे में धंसने के बाद गैस का दुर्गंध गांव में फैल रहा है, वहीं जमीन भी धंसती जा रही है.
रामगढ़: सीसीएल कोलियरी बंद होने के बाद धंसती जा रही है जमीन, प्रबंधन नहीं कर रहा कोई पहल - CCL colliery is closed
रामगढ़ थाना क्षेत्र के कहुआबेड़ा के अगल-बगल की जमीन धंसती जा रही है. सीसीएल कोलियरी बंद होने के बाद भूमिगत खदानों के मुहाने पर 30 से 40 फीट गहरा खतरनाक गढ्ढा हो गया है. लेकिन अभी तक प्रबंधन ने इसे भरने की पहल नहीं की है.
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ग्रामीण करेंगे आंदोलन
ग्रामीणों का कहना है कि प्रबंधन ने दो माह पूर्व सीसीएल मांइस सील करते वक्त आश्वासन दिया था कि 20 से 25 साल तक जमीन नहीं धसेगी. लेकिन गांव कहुआबेड़ा के अगल-बगल की जमीन धंसती जा रही है. जमींदोज होने के बाद से ही ग्रामीणों में भय का वातावरण है. सीसीएल कोलियरी बंद होने के बाद भूमिगत खदानों के मुहाने पर 30 से 40 फीट गहरा खतरनाक गढ्ढा हो गया है. इससे गैस निकल रहा है तो वहीं, इतने बड़े गड्ढे की चपेट में आ जाने का खतरा अलग से है. इससे गांव के लोगों मे डर का माहौल है. वहीं, प्रबंधन इसे भरने की कोई पहल नहीं कर रहा है. इसे लेकर ग्रामीणों ने प्रबंधन का घेराव कर आंदोलन करने की बात कही है.