रामगढ़:बच्चों से लेकर बड़े तक हर कोई बाइक का शौकीन होता है. लोग हजारों-लाखों रूपए की बाइक ले लेते हैं. लेकिन महज कुछ हजार की हेलमेट लेने से कतराते हैं. दोपहिया चलाते वक्त हेलमेट नहीं पहनने की वजह से उनकी जान खतरे में पड़ जाती है. कभी पुलिस पकड़ ले तो मुसीबत और कभी दुर्घटना हो जाए तो लेने के देने पड़ जाते हैं. इसलिए अगर आप भी मुसीबतें मोल लेना नहीं चाहते हैं तो हेलमेट जरूर पहने.
हेलमेट प्रयोग करने की करते हैं आनाकानी
लॉकडाउन फिर अनलॉक के दौरान सड़कों पर गाड़ियों की आवाजाही कम नहीं हुई है. इस देखते हुए हर चौक-चौराहे पर जांच के दौरान पुलिस ने लोगों को हेलमेट के साथ मास्क लगाना अनिवार्य कर दिया, ऐसा नहीं करने पर उनसे जुर्माना भी वसूल जा रहा है. बता दें कि अधिकांश सड़क हादसों में हेलमेट नहीं लगाने वालों की जान गई है. परिवहन विभाग और यातायात पुलिस की तरफ से लगातार रामगढ़ जिले के लोगों को जागरूक करने के लिए अभियान चलाया जा रहा है. बावजूद इसके शत प्रतिशत लोग हेलमेट का प्रयोग नहीं कर रहे हैं. बिना हेलमेट बाइक, स्कूटर व स्कूटी चलाना चाहे-अनचाहे किसी बड़ी दुर्घटना को बुलावा देने जैसा है. लेकिन कई बाइक चालक परिचय, पैरवी व अपनी शान के कारण हेलमेट नहीं लगाते हैं. जबकि हेलमेट न सिर्फ हमारी सिर की सुरक्षा करता है बल्कि हमें कड़ी धूप से लेकर धूल, पानी और एलर्जी से भी बचाता है.
पुलिस से बचने के लिए लेते हैं सस्ते हेलमेट
वर्तमान में हमें यह समझना चाहिए कि मास्क के साथ-साथ हेलमेट भी हमारे जीवन के लिए बहुत उपयोगी है. मास्क के बिना अगर बीमारी से जान जाने का खतरा है तो हेलमेट का उपयोग नहीं करने से हादसे में अनहोनी का खतरा बना रहता है. हेलमेट नहीं पहनने पर ये लोग पुलिस से भी कोई ना कोई बहाना कर बचने की कोशिश करते रहते हैं. ईटीवी भारत की टीम ने जब यह जानने का प्रयास किया कि लोग किस तरह के हेलमेट खरीदते हैं तो काफी चौंकानेवाले जवाब मिले. लोग अपनी सुरक्षा के लिए नहीं बल्कि फाइन और पुलिस से बचने के लिए हेलमेट का प्रयोग कर रहे हैं. लेकिन दुकानदार उन्हें मानक के अनुरूप हेलमेट खरीदने की सलाह देते हैं.