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मां छिन्नमस्तिका के दरबार में पहुंचे राज्यपाल, लोगों को किया जागरूक, गंगा आरती में हुए शामिल - रामगढ़ न्यूज

राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन रजरप्पा पहुंचे. वहां उन्होंने मां छिन्नमस्तिके की पूजा की. महिला स्वयं सहायता समूह की सदस्यों से मिले. इसके साथ ही देवनद दामोदर महोत्सव में शामिल हुए.

governor worshiped at Maa Chinnamastika temple
governor worshiped at Maa Chinnamastika temple

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Published : May 31, 2023, 7:22 AM IST

Updated : May 31, 2023, 8:31 AM IST

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रामगढ़ः राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन सड़क मार्ग से रजरप्पा स्थित प्रसिद्ध तीर्थ स्थल मां छिन्नमस्तिका मंदिर पहुंचे. वहां वो देवनद दामोदर महोत्सव में शामिल हुए. राज्यपाल ने सबसे पहले रास्ते में पड़ने वाले भुचुंगडीह गांव के लोगों से सीधा संवाद किया. उनकी आर्थिक स्थिति के बारे में जाना. सरकार की योजनाओं के बारे में लोगों को जागरूक भी किया.

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राज्यपाल ने केंद्र एवं राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं के लाभ को लेकर ग्रामीणों से जानकारी ली. उन्होंने महिलाओं के बीच सरकार की योजनाओं के प्रति जागरुकता की सराहना की. उन्होंने कहा कि अगर महिलाएं आत्मनिर्भर हों तो वे न केवल अपने बच्चों की शिक्षा, बल्कि अपने पूरे परिवार का अच्छा भविष्य सुनिश्चित कर सकती हैं.

स्वयं सहायता समूह की महिलाओं ने समूह से जुड़ने के उपरांत उन्हें हुए लाभ के बारे में राजपाल को जानकारी दी. राज्यपाल ने कार्यक्रम में उपस्थित अन्य महिलाओं से वैसी महिलाए जिन्होंने सरकार की योजनाओं से लाभ लिया है उनसे प्रेरणा लेकर स्वयं भी जागरूक होने एवं अपने क्षेत्र के और लोगों को भी सरकार की योजनाओं से लाभान्वित करने की अपील की.

इस दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री आवास योजना, प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना, विभिन्न पेंशन योजना, आयुष्मान कार्ड सहित अन्य योजनाओं के प्रति ग्रामीणों को जागरूक किया. वैसे ग्रामीण जिन्हें किसी कारणवश योजना का लाभ नहीं मिल पाया है, उन्हें लाभ दिलाने का निर्देश जिला प्रशासन, रामगढ़ के अधिकारियों को दिया.

कार्यक्रम खत्म होने के बाद राज्यपाल वहां से सीधे प्रसिद्ध सिद्धपीठ मां छिन्नमस्तिके मंदिर पहुंचे और मां की आराधना की. माता का आशीर्वाद लिया. जिसके बाद परिसर में आयोजित देवनद दामोदर महोत्सव के कार्यक्रम में शामिल हुए.

जमशेदपुर पूर्वी के विधायक और दामोदर बचाओ आंदोलन के अध्यक्ष सरयू राय ने कहा कि अगले साल उनकी संस्था देशभर के उन तमाम लोगों को धन्यवाद देगी, जिन्होंने प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से दामोदर को स्वच्छ करने में सहयोग दिया है. 19 साल का सफर बेहद संघर्षपूर्ण रहा है और अब इस बात की खुशी है कि दामोदर नदी लगभग 95% साफ हो गया है. 5% के लिए हम सबों को जागरूक होना पड़ेगा. सभी को अपनी अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन करना पड़ेगा. अगले साल इस आंदोलन की समाप्ति की जाएगी और जनता को दामोदर नदी साफ और स्वच्छ रूप में सौंप दिया जाएगा.

महोत्सव में राजपाल सीपी राधाकृष्णन ने अपने संबोधन के दौरान सबसे पहले भारत माता को नमन किया और कहा कि सबसे शक्तिशाली और दयावान है मां. मां छिन्नमस्तिका मंदिर काफी प्रसिद्ध है. देश और विदेश से भक्त माता की आराधना करने को आते हैं. यहां मुझे आने का सौभाग्य प्राप्त हुआ. मैंने झारखंड के सभी नागरिकों के लिए सुख समृद्धि की कामना की है. माता का यह मंदिर अद्भुत वास्तुकला को दर्शाता है. यह मंदिर धार्मिक संस्कृति और प्राकृतिक सुंदरता को दर्शाता है.

यहां की प्राकृतिक सुंदरता लोगों को आकर्षित करती है. दामोदर और भैरवी नदी का संगम और यहां का झरना काफी आकर्षक है. यहां का वातावरण भक्तिमय है. जो कोई भी आता है वह भक्ति में लीन हो जाता है. मैं मां छिन्नमस्तिका मंदिर आकर काफी उत्साहित हूं, मां का आशीर्वाद मुझे मिला है.

उन्होंने कहा कि दामोदर नदी सिर्फ एक जल स्रोत नहीं है, यह सिंचाई के साथ-साथ जीवन उपयोगी भी है. दामोदर नदी खनिज संपदा से भरी हुई है. दामोदर नदी हमारे लिए भगवान से कम नहीं है. इसलिए दामोदर नदी को गंदा होने से और प्रदूषित होने से बचाने के लिए पहल करनी चाहिए और जो लोग कर रहे हैं.

राज्यपाल ने कहा कि हमें इंडस्ट्री की जरूरत है लेकिन यह भी सुनिश्चित होना चाहिए की नदियां प्रदूषित ना हो. औद्योगिक क्रांति आने से दामोदर प्रदूषित होने लगी. शहरों का गंदा पानी सीधे नदियों में गिरा दिया जा रहा है. इसे रोकने के लिए सीवरेज प्लांट बनाकर नदी में गंदा पानी जाने से रोकना चाहिए.

राज्यपाल ने कहा कि गुजरात के साबरमती नदी का भी यही हाल था, अब वह पूरी तरह से प्रदूषण मुक्त हो चुकी है. इसका सारा श्रेय एक ही आदमी को जाता है वह हैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी. जिनकी सोच ने वहां की नदी का कायाकल्प किया. मैं 10 वर्ष पहले वाराणसी गया था, मैंने शहर और वहां गंगा नदी को देखा था जो काफी प्रदूषित थी और 2 सप्ताह पूर्व जब मैं वहां गया तो देखा कि शहर साफ सुथरा और स्वच्छ है. मंदिर के साथ-साथ गंगा नदी भी स्वच्छ और प्रदूषण मुक्त हो चुकी है. केवल एक व्यक्ति की सोच ने सभी के सोच में परिवर्तन लाया है वह हैं नरेंद्र मोदी.

दामोदर नदी को भी जमशेदपुर विधायक सरयू राय ने प्रदूषण मुक्त करने को लेकर बीड़ा उठाया है. उन्हें और उनकी टीम को प्रोत्साहित करने की जरूरत है, ताकि दामोदर नदी स्वच्छ व निर्मल हो सके. नदियों को स्वस्थ करने के लिए केंद्र व राज्य सरकार दोनों का साथ जरूरी है.

देवनद दामोदर महोत्सव के अवसर पर नदी के किनारे गंगा आरती का भी आयोजन किया गया. इस गंगा आरती में बनारस से आए पुजारियों ने पूरे विधि विधान के साथ गंगा आरती की. गंगा आरती देखकर राज्यपाल के साथ-साथ आरती देखने पहुंचे सैकड़ों लोग मंत्रमुग्ध हो गए.

रजरप्पा के पुजारी और मंदिर न्यास समिति के सचिव शुभाशीष पंडा ने बताया कि गंगा महोत्सव के अवसर पर देवनद दामोदर के किनारे गंगा आरती का आयोजन किया गया है. जिसमें झारखंड के राज्यपाल ने शिरकत की और यह एक संदेश देने का काम है कि नदियों को पवित्र और स्वच्छ रखने के लिए सभी को जागरूक होना चाहिए. गंगा आरती करने पहुंचे बनारस के पुरोहितों ने बताया कि गंगा के किनारे वाराणसी में जिस तरह भव्य गंगा आरती का आयोजन किया जाता है, उसी तरह उसी स्वरूप में राज्यपाल के सामने पूरे विधि विधान और मंत्रोचार के साथ गंगा आरती का आयोजन किया गया.

कार्यक्रम में राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन, जमशेदपुर पूर्वी के विधायक और दामोदर बचाओ आंदोलन के अध्यक्ष सरयू राय, मांडू विधायक जयप्रकाश भाई पटेल, उपायुक्त रामगढ़ माधवी मिश्रा, प्रभारी एसपी हजारीबाग मनोज रतन चौथे के साथ-साथ जिले के तमाम पदाधिकारी मौजूद रहे. राज्यपाल के आगमन को लेकर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे. रामगढ़ चुट्टूपालू घाटी से लेकर रजरप्पा मंदिर तक चप्पे-चप्पे पर पुलिसबल की तैनाती की गई थी. पूरे मंदिर परिसर को छावनी में तब्दील कर दिया गया था.

Last Updated : May 31, 2023, 8:31 AM IST

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