झारखंड

jharkhand

हाजीपुर जोन के जनरल मैनेजर ने किया बरकाकाना CIC रेलखंड का निरीक्षण

By

Published : Jan 24, 2020, 1:56 PM IST

हाजीपुर जोन के जनरल मैनेजर ललित चंद्र त्रिवेदी ने धनबाद रेल मंडल के बरकाकाना से लेकर हजारीबाग रोड तक का ट्रैक निरीक्षण किया. बता दें कि जीएम ने मॉडिफाइड अभियंत्रण कार्यालय, रेलवे उद्यान, रेलवे रिक्रिएशन क्लब, आरपीएफ बैरक का उद्घाटन किया.

CIC Rail Block, Barkakana Rail Division, RPF Barrack Ramgarh, सीआईसी रेलखंड, बरकाकाना रेल मंडल, आरपीएफ बैरक रामगढ़
हाजीपुर जोन के जनरल मैनेजर

रामगढ़: हाजीपुर जोन के जनरल मैनेजर ललित चंद्र त्रिवेदी ने धनबाद रेल मंडल के बरकाकाना से लेकर हजारीबाग रोड तक का ट्रैक निरीक्षण किया. साथ ही साथ जीएम ने बरकाकाना में रिनोवेटेड कंट्रोल रूम, रेलवे पार्क, रेलवे रिक्रिएशन क्लब और आरपीएफ बैरक का उद्घाटन भी किया.

देखें पूरी खबर

आरपीएफ बैरक का उद्घाटन
पूर्व मध्य रेलवे के हाजीपुर जोन के जनरल मैनेजर ललित चंद्र त्रिवेदी ने धनबाद रेल मंडल के अंतर्गत पड़ने वाले बरकाकाना सीआईसी सेक्शन के बरकाकाना रेलवे स्टेशन, रेलवे कॉलोनी, रनिंग रूम का निरीक्षण किया. साथ ही साथ मॉडिफाइड अभियंत्रण कार्यालय, रेलवे उद्यान, रेलवे रिक्रिएशन क्लब, आरपीएफ बैरक का उद्घाटन किया.

ये भी पढ़ें-बुंडू सूर्य मंदिर में 25 और 26 जनवरी को मेले का आयोजन, 25 साल पुराना है इतिहास

आधुनिक तरीके से काम
इस दौरान जीएम ने क्षेत्र में काम करने वाले कर्मियों को पुरस्कृत भी किया. साथ ही साथ जीएम ने रेलकर्मियों की समस्याएं भी सुनी और उनका निराकरण करने का भी आश्वासन दिया. रिनोवेटेड कंट्रोल ऑफिस में अब पूरी तरह आधुनिक तरीके से काम किया जा रहा है.

वार्षिक निरीक्षण
पूर्व मध्य रेलवे हाजीपुर जोन के जीएम ललित चंद्र त्रिवेदी ने कहा कि धनबाद रेल मंडल नित्य नई ऊंचाइयां छू रहा है. पिछले वर्ष से कोयला ढुलाई में अव्वल रहा है यह क्षेत्र. खासकर सीआईसी सेक्शन हमेशा अव्वल रहता है. उन्होंने कहा कि यह वार्षिक निरीक्षण है.

ये भी पढ़ें-अधिकारियों ने लिखी खुले में शौचमुक्त भारत की नई कहानी, लाभुक की बढ़ाई परेशानी

इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग से गाड़ियों का परिचालन
उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में यह क्षेत्र रांची से काफी करीब हो जाएगा. बरकाकाना, सिद्धवार, साकी होते हुए टाटी सिल्वे गाड़ियां चलने लगेंगी. वित्तीय वर्ष 20 -21 तक इस ट्रैक को चालू करने का लक्ष्य रखा गया है. यही नहीं पतरातू से लेकर भुरकुंडा तक डबल लाइन में इंटरलॉकिंग का काम खत्म हो गया है. अब वहां मैनुअल इंटरलॉकिंग नहीं बल्कि इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग से गाड़ियों का परिचालन होगा.

ABOUT THE AUTHOR

...view details