रामगढ़ में फैक्ट्री की गर्म राख की चपेट में आने से बच्चे समेत चार लोग झुलसे रामगढ़:बरकाकाना ओपी क्षेत्र के हेहल गांव स्थित मां छिन्नमस्तिके स्पंज एंड आयरन फैक्ट्री के संचालक की लापरवाही के कारण चार लोग झुलस गए. फैक्ट्री के द्वारा चिमनी से निकलने वाली गर्म राख को सार्वजनिक तालाब के पास फेंका जा रहा है. जिसकी चपेट में आने से तालाब के पास रहने वाले महिला-बच्चे समेत चार लोग झुलस गए.
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बता दें कि तालाब के पास खेल रहे दो बच्चे, एक महिला और एक पुरुष फैक्ट्री के द्वारा फेके गए गर्म राख की चपेट में आ गए. चारों पूरी तरह से झुलस गए. ग्रामीणों का कहना है कि घटना की जानकारी फैक्ट्री प्रबंधन को दिए जाने के बाद भी घायलों को एंबुलेंस तक मुहैया नहीं करवाया गया. ग्रामीणों ने फैक्ट्री के खिलाफ आक्रोश प्रकट किया है.
क्या कहना है लोगों का:पूरी घटना के संबंध में पीड़ित हरिनंदन करमाली ने जानकारी साझा की. बताया कि मां छिन्नमस्तिके स्पंज एंड आयरन फैक्ट्री के संचालक द्वारा चिमनी से निकलने वाली गर्म राख को सार्वजनिक तालाब के किनारे खुले में गिराया जाता है. रविवार (15 अक्टूबर) को छुट्टी होने कारण कई बच्चे तालाब के पास खेल रहे थे. इसी दौरान गर्म राख की चपेट में दो बच्चे गौरव करमाली और नंदनी कुमारी आ गए. जिसमें एक की हालत गंभीर है. वहीं 12 से अधिक बच्चों को दुर्घटना का शिकार होने से बचाया गया. हरिनंदन ने बताया कि बच्चों को हटाने के क्रम में वे और उनकी पत्नी ललिता देवी भी इसकी चपेट में आ गए. बताया कि घटना की जानकारी होने के बाद भी फैक्ट्री प्रबंधन द्वारा किसी भी तरह का कोई भी राहत कार्य नहीं किया गया.
प्रबंधन ने कहा उन्हें नहीं घटना की जानकारी: पूरे मामले में फैक्ट्री प्रबंधन की ओर से किसी भी तरह की कोई जानकारी नहीं होने की बात कही गई है. वहीं बरकाकाना ओपी प्रभारी अमर शुक्ला ने बताया कि फैक्ट्री प्रबंधन द्वारा उन्हें जानकारी दी गई है कि कोई भी बड़ा हादसा नहीं हुआ है. फैक्ट्री मैनेजमेंट द्वारा बताया गया कि हादसे की जानकारी उन्हें नहीं दी गई. पुलिस ने कहा कि मामले की जांच की जा रही है.