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शिक्षा मंत्री पहुंचे रामगढ़, बच्चों को घर पर किताब नहीं पहुंचाए जाने पर अधिकारियों पर भड़के - Education Minister Jagarnath Mahato held a meeting with officers

पूरा विश्व वैश्विक महामारी कोरोना वायरस से जूझ रहा है. वहीं, झारखंड के शिक्षा मंत्री शिक्षा व्यवस्था में सुधार लाने को लेकर लगातार प्रयासरत हैं. शिक्षा मंत्री लॉकडाउन के दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए झारखंड के विभिन्न जिलों में जाकर लगातार शिक्षा व्यवस्था में सुधार के लिए अधिकारियों के साथ बैठक कर रहे हैं.

Education Minister Jagarnath Mahato reached Ramgarh
शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो पहुंचे रामगढ़

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Published : May 6, 2020, 8:38 PM IST

रामगढ़: झारखंड के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो ने रामगढ़ विधायक ममता देवी के साथ रामगढ़ सर्किट हाउस में शिक्षा विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक कर कई दिशा-निर्देश दिए. शिक्षा मंत्री ने सभी बीईओ से उनके क्षेत्रों में पड़ने वाले स्कूलों में मौजूद मूलभूत सुविधाओं जैसे बिजली, पानी, शौचालय, मिड डे मील आदि की जानकारी ली. सभी विद्यालयों में अनिवार्य रूप से मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया.

जगरनाथ महतो ने सभी अधिकारियों को बताया कि सरकार द्वारा सरकारी स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों को सभी तरह की सुविधाएं जैसे किताबें, कपड़े, भोजन आदि उपलब्ध कराया जाता है. इसके बावजूद आज भी अभिभावकों का रुझान निजी विद्यालयों की तरफ ज्यादा देखने को मिलता है. उन्हें इस मानसिकता को बदलना है. रामगढ़ की विधायक ममता देवी ने रामगढ़ जिले में नवोदय विद्यालय के निर्माण हेतु लिखित आवेदन शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो को दिया. उन्होंने कहा कि रामगढ़ जिले में काफी प्रतिभावान छात्र हैं. लेकिन रामगढ़ विधानसभा क्षेत्र में कोई भी आवासीय विद्यालय नहीं होने के कारण उन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है.

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शिक्षा मंत्री ने जिला शिक्षा पदाधिकारी को जिले में केबल नेटवर्क के माध्यम से लॉकडाउन के दौरान ज्यादा से ज्यादा बच्चों तक शिक्षा पहुंचाने का निर्देश दिया. सभी अधिकारियों को अलग-अलग क्षेत्र में पड़ने वाले सरकारी विद्यालयों का औचक निरीक्षण करने का निर्देश दिया. वहीं, जिले में बच्चों के बीच किताबों का वितरण बच्चों के बीच अब तक नहीं किए जाने की जानकारी के बाद मंत्री अधिकारियों पर भड़क गए. उन्होंने कहा कि जब बच्चों को घर में पोषाहार पहुंचाया जा रहा है तो उन्हें घर पर किताब क्यों नहीं पहुंचाई जा सकती है.

उन्होंने आदेश दिया कि सभी बच्चों को घर पर किताब पहुंचाई जाए. लॉकडाउन के दौरान निजी विद्यालयों के द्वारा फीस वसूलने के संबंध में शिक्षा मंत्री ने कहा कि यह उनकी व्यक्तिगत राय है कि सभी निजी विद्यालयों को लॉकडाउन अवधि तक किसी प्रकार की कोई फीस नहीं वसूलना चाहिए. इसके लिए सरकार द्वारा एक उच्च स्तरीय कमेटी का गठन किया गया है. इसके द्वारा जल्द ही यह फैसला लिया जाएगा कि निजी विद्यालयों द्वारा लॉकडाउन अवधि के लिए फीस लेनी है या नहीं.

बता दें कि शिक्षा मंत्री जगन्नाथ महतो ने प्रदेश के लगभग 6 जिलों का अब तक दौरा कर शिक्षा व्यवस्था की स्थिति का जानकारी ली है. अभी तक गिरिडीह, धनबाद, बोकारो, कोडरमा, जमशेदपुर और रामगढ़ में बैठक कर चुके हैं. सभी जिलों में जाकर प्रखंड स्तर पर शिक्षा व्यवस्था की जानकारी ली जा रही है, ताकि आने-वाले दिनों में शिक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ किया जा सके.

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