रामगढ़ः ईस्ट सेंट्रल रेलवे कर्मचारी यूनियन (ईसीआरकेयू ) के धनबाद रेलमंडल की मंडलीय परिषद की बैठक बुधवार को बरकाकाना रेलवे रिक्रिएशन क्लब में आयोजित की गई. इस बैठक में रेलवे को निजीकरण से बचाना, रिक्त पदों पर नियुक्ति, एनपीएस सहित कई समस्याओं पर चर्चा की गई. बैठक में निर्णय लिया गया कि पारित प्रस्ताव को डीआरएम, जीएम और रेलवे बोर्ड तक को दिया जाएगा, ताकि कर्मचारियों की समस्या का शीघ्र निदान हो सके.
ईस्ट सेंट्रल रेलवे कर्मचारी यूनियन की मंडलीय परिषद की बैठक, 20 सूत्री मांगों पर हुई चर्चा
रामगढ़ में ईस्ट सेंट्रल रेलवे कर्मचारी यूनियन की मंडलीय परिषद की बैठक आयोजित की गई. इस बैठक में कर्मचारियों की समस्या पर चर्चा कर आंदोलन की रूपरेखा तैयार की गई.
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बैठक में धनबाद रेलमंडल के कर्मियों ने कहा कि रेलमंडल में कार्यरत रेलकर्मियों को कई बुनियादी सुविधाएं नहीं मिल रही हैं. रेलवे क्वार्टर में पीने के पानी की समस्या है तो रेलवे रनिंग रूम में मूलभूत सुविधाओं की कमी है. इसके बावजूद रेलवे कर्मचारी पूरी क्षमता से अपनी ड्यूटी करते हैं. यही वजह है कि धनबाद रेलमंडल हर वर्ष माल लदान में नया कीर्तिमान स्थापित कर रहा है.
ईसीआरकेयू के अध्यक्ष डीके पांडेय ने कहा कि वर्तमान समय में रेलवे को निजीकरण से बचाना पहली चुनौती है. रेलवे के विभिन्न विभागों में लगभग 2.67 लाख पद रिक्त हैं. उन्होंने कहा कि रिक्त पदों पर नियुक्ति नहीं होने से दिन प्रतिदिन कार्यरत कर्मचारियों पर अतिरिक्त बोझ बढ़ता जा रहा है. उन्होंने कहा कि हमारी 20 सूत्री मांग हैं. इन मांगों को लेकर संघर्ष तेज करना है.
ईसीआरकेयू के महामंत्री एसएनपी श्रीवास्तव ने न्यू पेंशन स्कीम को खत्म कर पुरानी पेंशन स्कीम को लागू करने की मांग लंबे समय से कर रहे हैं. लेकिन हमारी मांगों पर विचार नहीं किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि स्थानीय स्तर पर भी कर्मचारियों की समस्या है. रनिंग रूम में मूलभूत सुविधाओं की कमी है. उन्होंने कहा कि कर्मचारियों को एकजुट कर राष्ट्रीय स्तर पर विशाल विरोध प्रदर्शन की तैयारी किया जा रहा है, ताकि सरकार हमारी मागों को शीघ्र पूरा करने के लिए बाध्य हो सके.