रामगढ़: प्रसिद्ध सिद्ध पीठ स्थल मां छिन्नमस्तिका मंदिर में कोरोना को लेकर झारखंड सरकार द्वारा जारी जारी प्रोटोकॉल का पालन कराया जा रहा है. हालांकि झारखंड में कोरोना के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए मंदिर में श्रद्धालुओं की भीड़ में काफी कमी आई है. श्रद्धालु मंदिर आने से बच रहे हैं. जनवरी और फरवरी के महीने में भारी संख्या में श्रद्धालु मंदिर पहुंचते थे. लेकिन इस बार कोरोना को देखते हुए भीड़ काफी कम है.
रामगढ़ में कोरोना के मरीजों की संख्या में काफी इजाफा देखने को मिल रहा है. कोविड से संक्रमित मरीजों की संख्या जिले में 551 हो चुकी है. इसको लेकर जिला प्रशासन द्वारा कई दिशा-निर्देश जारी किए हैं. धार्मिक स्थलों के लिए भी कई प्रोटोकॉल जारी किया गया है. उसका प्रतिशत अनुपालन मंदिर न्यास समिति और रजरप्पा पुलिस द्वारा करवाया जा रहा है. मंदिर में बिना मास्क के किसी भी श्रद्धालु के प्रवेश पर पूरी तरह रोक है. जो भी श्रद्धालु मंदिर पहुंच रहे हैं वे सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए मंदिर में पूजा अर्चना कर रहे हैं.
रजरप्पा के मां छिन्नमस्तिका मंदिर में श्रद्धालुओं की संख्या में आई कमी, कोरोना गाइड लाइन का सख्ती से कराया जा रहा पालन
मां छिन्नमस्तिका मंदिर झारखंड के प्रसिद्ध धार्मिक स्थानों में से एक है. यहां हर दिन हजारों श्रद्धालु पहुंचते हैं. कई बार श्रद्धालुओं की संख्या लाखों में होती है. लेकिन कोरोना के कारण लोग मंदिर नहीं आ रहे हैं. जो भी श्रद्धालु मंदिर आ रहे हैं उनसे कोरोना नियमों का सख्ती से पालन कराया जा रहा है. इसके लिए रजरप्पा पुलिस, मंदिर न्यास समिति और जिला प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद हैं.
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छिन्नमस्तिका मंदिर के वरिष्ठ पुजारी सुबोध पंडा ने बताया कि झारखंड सरकार के जारी किए गए प्रोटोकॉल का शत प्रतिशत अनुपालन मंदिर न्यास समिति और जिला प्रशासन के सहयोग से किया जा रहा है. बिना मास्क के किसी भी श्रद्धालु के मंदिर में प्रवेश पर पूरी तरह रोक है. सोशल डिस्टेंसिंग और सेनिटाइजर का उपयोग भी श्रद्धालुओं को करने की हिदायत दी जा रही है. झारखंड में कोरोना के बढ़ते प्रकोप को लेकर मंदिर में श्रद्धालुओं की भीड़ में भी काफी कमी आई है.