झारखंड

jharkhand

ETV Bharat / state

रामगढ़: सीएम के पैतृक गांव नेमरा से दीदी बाड़ी योजना का शुभारंभ, योजना को लेकर हुई चर्चा - रामगढ़ उप विकास आयुक्त नागेंद्र कुमार सिन्हा

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के पैतृक गांव नेमरा में दीदी बाड़ी योजना का विधिवत शुभारंभ किया गया. इसके साथ ही पंचायत भवन में प्रखंड विकास पदाधिकारी एवं मुखिया के साथ बैठक की गई. जहां ग्रामीणों के साथ उनकी समस्याओं को जाना गया.

didi-bari-yojana-launched-in-ramgarh
दीदी बाड़ी योजना का शुभारंभ

By

Published : Oct 21, 2020, 6:46 PM IST

रामगढ़:जिले के उप विकास आयुक्त नागेंद्र कुमार सिन्हा ने गोला प्रखंड का दौरा किया. इस दौरान उन्होंने झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के पैतृक गांव नेमरा से दीदी बाड़ी योजना का विधिवत शुभारंभ किया. साथ ही दीदी बाड़ी योजना के लाभुकों से योजना एवं इससे मिलने वाले लाभ के संबंध में विस्तार से चर्चा करते हुए कई महत्वपूर्ण जानकारियां दी. साथ ही ग्रामीणों से उनसे संबंधित समस्याओं के बारे में जाना.

दीदी बाड़ी योजना की शुरुआत


दीदी बाड़ी योजना का शुभारंभ
दीदी बाड़ी योजना के शुभारंभ के बाद उप विकास आयुक्त ने ऊपर बरगा पंचायत के पंचायत भवन में प्रखंड विकास पदाधिकारी, गोला एवं ऊपर बरगा पंचायत के मुखिया के साथ बैठककर वहां हो रहे विकास कार्यों और ग्रामीणों को सरकार की तरफ से चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं का लाभ देने के संबंध में चर्चा करते हुए कई महत्त्वपूर्ण दिशा निर्देश दिए. निर्माणाधीन नहर का भी निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने नहर के संबंध में हो रहे निर्माणकार्य की जानकारी ली. प्रखंड विकास पदाधिकारी गोला अजय रजक को सभी ग्रामीणों की समस्याओं का जल्द से जल्द निष्पादन करने का निर्देश दिया.

उप विकास आयुक्त नागेंद्र कुमार सिन्हा
इसे भी पढे़ं-एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के अधिकारी पहुंचे बोकारो एयरपोर्ट, दिए कई दिशा निर्देश

किया जाएगा योजना का क्रियान्वयन
उप विकास आयुक्त ने कहा कि मुख्यमंत्री के पैतृक गांव नेमरा से दीदी बाड़ी योजना का विधिवत शुभारंभ किया गया है. जिसके बाद जिले के सभी प्रखंडों में इस योजना का क्रियान्वयन किया जाएगा. योजना के तहत मौजूदा वित्तीय वर्ष में लगभग 17000 योजनाओं का चयन किया जाएगा, जिसमें प्रतिमाह लगभग 3400 योजनाएं ली जाएंगी. इस योजना का सबसे बड़ा फायदा यही होगा कि कम जमीन में ही लाभुक विभिन्न प्रकार की सब्जियां उगा सकेंगी, जिससे न सिर्फ उनके परिवार का अच्छी तरह से पोषण हो पाएगा बल्कि अगर वह चाहें तो इससे आर्थिक लाभ भी प्राप्त कर सकती हैं. यह योजना लाभुकों के लिए स्वास्थ्यवर्धक तो है ही साथ ही साथ उन्हें आर्थिक रूप से सुदृढ़ करने में भी मदद करेगी. जिला प्रशासन, जेएसएलपीएस, सेल्फ हेल्प ग्रुप की महिलाओं आदि सभी का यह प्रयास है कि इस योजना का लाभ ज्यादा से ज्यादा लाभुकों तक पहुंचे.

लक्ष्य किया गया निर्धारित
मनरेगा एवं जेएसएलपीएस की तरफ से कन्वर्जन के तहत दीदी बाड़ी योजना का क्रियान्वयन तीव्र गति से किया जा रहा है. दीदी बाड़ी योजना महिलाओं और बच्चों में कुपोषण की कमी को दूर करने के लिए शुरू की गई एक योजना है. योजना के तहत ग्रामीण क्षेत्र के परिवार को उनके घर के पास उनकी बाड़ी जो 1 से 5 डिसमिल भूमि तक हो सकती है वहां विभिन्न प्रकार की गतिविधियां संचालित की जा रही है. इस योजना के माध्यम से महिलाओं को 1 वर्ष में 100 मानव दिवस का भुगतान किए जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है.

ABOUT THE AUTHOR

...view details