रामगढ़ः जिले के हजारीबाग से सटे दत्तो दामोदर नदी में अवैध बालू उत्खनन के दौरान पोकलेन मशीन को अपराधियों द्वारा आग के हवाले कर दिया गया. यही नहीं वहां बमबारी और गोलीबारी की भी सूचना पुलिस को दी गई है. जिसके बाद अवैध बालू का उठाव पूरी तरह रुका हुआ है. जो बालू माफिया वहां काम कर रहे थे उन में दहशत का माहौल बना हुआ है.
यह हजारीबाग जिले के गिद्दी थाना और रामगढ़ जिले के भुरकुंडा थाना क्षेत्र के सीमावर्ती दामोदर नदी के बीचो-बीच की घटना है. अब दोनों जिलों की पुलिस अभी यह तय कर रही है कि आखिर मामला किस जिले में दर्ज होगा. शुरुआती दौर में रामगढ़ पुलिस द्वारा गिद्दी थाना क्षेत्र में घटना बताई जा रही थी. बाद में गिद्दी पुलिस द्वारा रामगढ़ थाना क्षेत्र में घटना होने की बात बताई जा रही है. हालांकि दोनों थाना पुलिस द्वारा अब तक यह तय नहीं किया गया है कि मामला किस थाने में दर्ज होगा सरकारी अमीन को बुलाया गया है ताकि नाप कर जिले की सीमा को तय कर मामला दर्ज किया जा सके.
हजारीबाग और रामगढ़ जिले के खनन विभाग की टीम बालू के अवैध उत्खनन के खिलाफ आज तक कोई ठोस कदम नहीं उठा पाई है. जिसके कि अवैध बालू के उठाव पर लगाम लग सके. हालांकि कोरम पूरा करने के लिए कई बार कार्रवाई भी की गई है. लेकिन अवैध बालू के उत्खनन और उठाव परिवहन पर रोक लगाने के लिए अब तक कोई ठोस पहल नहीं की गई है. जिसके कारण बालू चोरों का मनोबल बढ़ा हुआ है और पूरे जिले में अवैध बालू का कारोबार चरम पर चल रहा है. सरकारी हो या गैर सरकारी काम सभी में अवैध बालू का इस्तेमाल धड़ल्ले से किया जा रहा है.
आखिर घटना हुई क्योंः जैसे बिहार में बालू को लेकर गोलीबारी, मौत कोई नई बात नहीं है. वैसे ही रामगढ़ जिले में भी अवैध बालू के कारोबार को लेकर अब वर्चस्व और खूनी खेल लगता है शुरू हो गया है. इसका एक उदाहरण यहां देखने को मिला. दामोदर नदी से अवैध तरीके से बालू के उठाव में लगे पोकलेन मशीन को दर्जन की संख्या में आए अपराधियों ने आग के हवाले कर दिया और वहां बालू का उठाव करवा रहे बालू चोरों को दौड़ा कर भगा दिया गया. घटना के 7 घंटे के बाद भुरकुंडा पुलिस मौके पर पहुंची और गिद्दी थाना क्षेत्र में घटना होने की बात बता कर वापस आ गई. गिद्दी थाना पुलिस 9 घंटे के बाद घटनास्थल पर पहुंची और रामगढ़ जिले के भुरकुंडा थाना क्षेत्र की घटना बताकर वह भी वापस लौट गई. दोनों सीमावर्ती थाना पुलिस अभी सीमावर्ती विवाद में फंसी हुई है अब तो देखने वाली बात होगी कि दोनों थाना पुलिस के विवाद में मामला किस थाने में दर्ज होता है. लेकिन आपको बता दें कि अवैध बालू उत्खनन बड़े पैमाने पर हो रहा था और बड़े पैमाने पर पैसे की उगाही या वर्चस्व को लेकर यह पूरी वारदात को अंजाम नक्सलियों या अपराधियों द्वारा किया गया है.