रामगढ़: देश के प्रसिद्ध सिद्धपीठ रजरप्पा स्थित मां छिन्नमस्तिका मंदिर में चैत्र नवरात्र (Chaitra Navratri 2022) को लेकर अनुमंडल पदाधिकारी, मंदिर न्यास समिति और रामगढ़ पुलिस द्वारा पूरे क्षेत्र का निरीक्षण किया गया. रजरप्पा में चैत्र नवरात्र की पूजा को लेकर यहां आने वाले श्रद्धालुओं को किसी तरह की कोई परेशानी का सामना नहीं करना पड़े. इसको लेकर अनुमंडल पदाधिकारी ने कई दिशा-निर्देश दिए.
इसे भी पढ़ें- चैत्र नवरात्रि के साथ हिंदू नववर्ष की शुरुआत, हजारीबाग में उत्साह के साथ मनाया जा रहा है नया साल
देश के प्रसिद्ध सिद्धपीठ मां छिन्नमस्तिका मंदिर चैत्र नवरात्र के दौरान बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के मंदिर में आते हैं. मां की आराधना करते हैं इसी को देखते हुए अनुमंडल पदाधिकारी ने बीडीओ, चितरपुर, अंचल अधिकारी चितरपुर, थाना प्रभारी रजरप्पा एवं न्यास समिति के सदस्यों के साथ पूरे मंदिर परिसर का निरीक्षण किया. इस दौरान बैरिकेडिंग, सुरक्षा, कोरोना गाइडलाइन के अनुपालन एवं विधि व्यवस्था बनाए रखने के संबंध में आवश्यक निर्देश दिए. मंदिर में माता के दर्शन करने आने वाले श्रद्धालुओं को किसी भी तरह की कोई परेशानी ना हो.
रामगढ़ अनुमंडल पदाधिकारी जावेद हुसैन ने कहा कि मंदिर परिसर में नियमित रूप से साफ सफाई बनाए रखने एवं जल स्रोतों के आसपास पर्याप्त मात्रा में सुरक्षा व्यवस्था रखने का निर्देश दिया दिया है. नवरात्र को लेकर मंदिर पहुंचने वाले भक्तों को किसी भी तरह की कोई परेशानी ना हो इसको लेकर न्यास समिति के साथ-साथ रजरप्पा थाना प्रभारी को निर्देश दिए गए. जिससे श्रद्धालुओं को किसी भी तरह की कोई परेशानी ना हो.
अनुमंडल पदाधिकारी ने किया रजरप्पा मंदिर का निरीक्षण मंदिर न्यास समिति के सचिव शुभाशीष पंडा ने बताया कि गर्मी के कारण श्रद्धालुओं को किसी भी तरह की कोई परेशानी ना हो. इसको लेकर खासा इंतजाम किए गए हैं ताकि धूप में श्रद्धालुओं को खड़ा ना होना पड़े. इसके साथ ही साथ कई जगहों पर पानी की भी व्यवस्था की गयी है. जिससे लाइन में खड़े भक्तों और मंदिर पहुंचने वाले भक्तों को पानी के लिए इधर-उधर नहीं भटकना पड़े. रजरप्पा थाना प्रभारी विपिन कुमार ने बताया कि मंदिर आने वाले श्रद्धालुओं को किसी भी तरह की कोई परेशानी ना हो इसको लेकर पर्याप्त संख्या में सुरक्षा बलों की तैनाती की गयी है. पूरे मामले की मॉनिटरिंग पुलिस अधीक्षक प्रभात कुमार द्वारा की जा रही है.