रामगढ़: उत्तराखंड हादसे में जिले के गोला प्रखंड से भी 4 मजदूर अभी तक लापता हैं. इससे लापता मजदूर के परिजनों की हालत खराब हो गई है. त्रासदी में लापता एक मजदूर की पत्नी ने तो अन्न-जल को भी त्याग दिया है, जबकि सरकार जनता के साथ खड़ी होने की बात कहती है.
मजदूरों का अभी तक नहीं चला कुछ पता
सरकार की ओर से जारी फरमान धरातल पर कितना हद तक सही उतर रहे हैं, इसका जीता-जागता उदाहरण उत्तराखंड के त्रासदी में लापता रामगढ़ स्थित गोला के चार मजदूरों से ही पता चल रहा है. सरकारी आश्वासन तो मिला है, लेकिन परिजनों की सुध लेने वाला कोई नहीं है. इसके कारण इस परिवार के लोग एक-एक करके बीमार पड़ते जा रहे हैं. इन मजदूरों का अभी तक कुछ पता नहीं चल पाया है.
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परिजनों का कहना है कि खबर सुनकर प्रशासन के लोग आये और सहयोग की बात कही, लेकिन यह केवल आश्वासन ही रह गया. अब तक उनके लोगों का कुछ पता नहीं चल सका है. इस घटना के बाद से लापता कुलदीप महतो के पत्नी हेमंती देवी की हालत खराब हो गई है और उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है. पूरे मामले में प्रशासनिक सहयोग और लापता मजदूर की पत्नी की बीमारी पर जब पूछा गया तो बीडीओ अजय कुमार रजक ने मेडिकल टीम की तैनाती की बात कही, साथ ही एमओ को राशन डीलरों से पीड़ित परिवार की मदद की बात कही.