पलामूः शहीद हरिद्वार साव को मारने वाले नक्सलियों को सरकार चुन-चुनकर मारे. यह बात शहीद हरिद्वार के गांव लहर बंजारी के एक-एक व्यक्ति बोल रहा है. हरिद्वार साव चाईबासा में लैंड माइंस की चपेट में आने से शहीद हो गए थे. उनका पार्थिव शरीर गुरुवार की रात दो बजे के बाद पलामू के उंटारी रोड स्थित लहर बंजारी गांव पंहुचा. लहर बंजारी गांव प्रमंडलीय मुख्यालय मेदिनीनागर से करीब 65 किलोमीटर की दूरी पर है. शहीद के गांव में जाने का पगडंडी ही रास्ता है. शहीद हरिद्वार साव के अंतिम दर्शन के लिए हजारों की संख्या में लोग घर पंहुचे.
सरकार चुन-चुनकर नक्सलियों को मारे, शहीद हरिद्वार साव के गांव में नक्सलियों के प्रति फूटा लोगों का गुस्सा
पलामू में शहीद हरिद्वार साव के गांव लहर बंजारी में उनका पार्थिव शरीर अंतिम दर्शन के लिए रखा गया. अंतिम दर्शन के लिए आए ग्रामीणों में नक्सलियों के प्रति आक्रोश फूट पड़ा. हर किसी ने एक सुर में सरकार से अपील करते हुए कहा कि सरकार नक्सलियों को चुन-चुनकर कर मारे.
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ग्रामीणों में नक्सलियों को लेकर गुस्सा
लहर बंजारी के ग्रामीण साफ बोलते है जिस तरह हरिद्वार साव शहीद हुए हैं, उस तरह नक्सलियों को सरकार चुन-चुनकर मार गिराए. हरिद्वार मेहनती लड़का था, उसके जाने से ग्रामीणों में काफी दुख है. ग्रामीण विजय साव बताते हैं कि इसी तरह नक्सल घटना हुई तो देश कैसे तरक्की करेगा. सरकार को सख्त कदम उठाने की जरूरत है. गांव के युवा अविनाश कुमार बताते हैं कि सरकार को चाहिए कि सख्त कदम उठाए. जितेंद्र बताते हैं कि इस घटना से ग्रामीण दुखी है. लहर बंजारी के गांव में करीब तीन हजार की आबादी है, जबकि पूरे पंचायत में करीब छह हजार की आबादी है. गांव में सिर्फ एक मिडिल स्कूल है, जिसमें करीब 400 बच्चे पढ़ाई करते हैं.