पलामू:जो गांव माओवादी दस्ते को सदस्य देता था, उस गांव को कोरोनो के कारण सील कर दिया गया. पलामू के दो गांव नक्सल इतिहास के लिए जाना जाता है. दोनों गांव को शुक्रवार को कोरोना के कारण कंटेनमेंट जोन बनाया गया है. पलामू लांगुराही और चिरु गांव नक्सल इतिहास के लिए जाना जाता रहा है.
नए इलाकों को बनाया गया कंटेनमेंट जोन
पलामू में शुक्रवार को तीन, जबकि गुरुवार को दो कोरोनो पॉजिटिव मरीज पाए गए है. इसी के साथ जिले के हरिहरगंज के लांगुराही, छत्तरपुर का चिरु और छत्तरपुर पेट्रोल पंप के इलाके को कंटेनमेंट जोन बनाया गया है. तीनों इलाको को सील कर दिया गया है.
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लांगुराही झारखंड बिहार बॉर्डर का अंतिम गांव है. यह इलाके में माओवादी गतिवधि के लिए चर्चित है. इलाके के 50 से लोग विभिन्न नक्सल घटनाओं में सूचीबद्ध है, जबकि चिरु गांव से कई टॉप माओवादी कमांडर निकले है. दोनों इलाका सील किया गया है. दोनों गांव के सभी लोगों का सैंपलिंग लिया जा रहा है. एएनएम, आंगनबाड़ी सेविका और सहिया को हेल्थ सर्वे के लिए लगाया गया है.
कोरोना के 10 एक्टिव मरीज
कंटेनमेंट जोन से किसी भी व्यक्ति को बाहर जाने या अंदर जाने की इजाजत नहीं है. पलामू में कोरोना के अब तक 78 मरीज मिल चुके है, जिसमे से 68 ठीक हो कर घर गए है. जबकि 10 एक्टिव मामले अभी भी है.