पलामूः 'हमें गर्व होना चाहिए कि हमारे इलाके में टाइगर है', इसी थीम के साथ पलामू टाइगर रिजर्व 2019 में ग्लोबल टाइगर डे मनाया जा रहा है. केंद्र सरकार ने सोमवार को ग्लोबल टाइगर डे से जुड़े आंकड़े जारी किए. इसमें बताया गया कि झारखंड में 5 टाइगर हैं. अप्रैल 2019 में पलामू टाइगर रिजर्व इलाके में 3 बाघ चिन्हित हुए थे. हालांकि इन आंकड़ों को जारी नहीं किया गया है.
800 हेक्टेयर में बचा है ग्रास लैंड, ग्रास लैंड कम होने से बाघों पर संकट
पलामू टाइगर रिजर्व इस बार गौरव करने वाली थीम लेकर ग्रामीणों को जागरूक करेगी. पलामू टाइगर रिजर्व 1029 वर्ग किलोमीटर से भी अधिक क्षेत्र में फैला हुआ है. लेकिन इस इलाके में ग्रास लैंड लगातार घटता जा रहा है. जो जंगली जीव के साथ-साथ बाघों के लिए संकट का विषय है. पलामू टाइगर रिजर्व के 50 इलाकों में सिर्फ 800 हेक्टेयर में ग्रास लैंड बचा हुआ है. बाघ, हिरण जैसे दूसरे जीवों पर भोजन के लिए निर्भर है. ग्रास लैंड कम होने से हिरण जैसे जीवों की संख्या में कमी आ रही है.
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पलामू टाइगर रिजर्व के डायरेक्टर वाइके दास बताते हैं कि आम ग्रामीणों को बाघ के साथ-साथ हिरण जैसे जानवरों से वैमनस्य नहीं रखने की अपील की जाएगी. ग्रामीणों को भी बाघ को संरक्षित करने के लिए आगे आना होगा. बाघ जिन जीवों पर निर्भर है उन्हें भी संरक्षित करना होगा.