Criminals in Jharkhand: डॉन सुजीत सिन्हा और अमन साव के बीच पैसे को लेकर हुआ था विवाद, पलामू पुलिस के सामने खुलासा
झारखंड के पलामू और कोयलांचल क्षेत्र में इन दिनों सुजीत सिन्हा और अमन साव गैंग का दबदबा चल रहा है. पहले दोनों एकसाथ मिलकर वारदात को अंजाम देते थे. लेकिन अब अमन साव ने सुजीत सिन्हा गैंग से खुद को अलग कर लिया है.
पलामूः सुजीत सिन्हा को गिरोह चलाने के लिए लड़के नही मिल रहे थे. गिरोह को चलाने के लिए सुजीत ने जेल में ही अमन साव से संपर्क किया था. जेल से निकलने के बाद अमन साव सुजीत के नाम पर लेवी की मांग करता था, लेकिन दोनों कर बीच पैसों को लेकर विवाद हो गया. जिसके बाद अमन साव सुजीत सिन्हा की जगह खुद लेवी मांगने लगा है. इस बात का खुलासा अमन साव ने पलामू पुलिस के अधिकारियों के समक्ष किया है. पलामू पुलिस ने कुख्यात अमन साव और हरि तिवारी को रिमांड पर लिया था.
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पलामू में रेलवे फ्रेट कॉरिडोर निर्माण करवाने वाली कंपनी पर सुजीत सिन्हा और अमन साव ने हमला किया था. इस हमले के मामले में पुलिस ने अमन साव और हरि तिवारी को एक साथ रिमांड पर लेकर पूछताछ की थी. इस पूछताछ में अमन साव ने पलामू पुलिस को कई अहम जानकारी दी है. अमन साव और सुजीत सिन्हा ने अलग-अलग लेवी की मांगने की योजना बनाई है. अमन साव ने पलामू पुलिस को बताया है कि रेलवे फ्रेट कॉरिडोर निर्माण करने वाली कंपनी से दोनों ने अलग-अलग लेवी की मांग की है. हमले के लिए सुजीत सिन्हा ने अलग गुर्गों का इस्तेमाल किया था. जबकि अमन साव ने सुजीत सिन्हा के खास हरि तिवारी का इस्तेमाल किया था. हरि तिवारी भी सुजीत से अलग होकर अमन साव के लिए काम करने लगा है.