पलामू:झारखंड में एनएचएम कर्मी हड़ताल पर हैं. एनएचएम कर्मी आमरण अनशन के साथ-साथ धरना पर भी बैठे हुए हैं. पलामू में हड़ताली एनएचएम कर्मियों ने शनिवार को हवन का आयोजन किया. पलामू सिविल सर्जन कार्यालय परिसर में हवन का आयोजन किया गया जो देर शाम तक चला. इस हवन में दर्जनों एनएचएम कर्मी शामिल हुए. एनएचएम कर्मियों का कहना है कि वे सरकार की सद्बुद्धि के लिए हवन कर रहे हैं ताकि उनकी मांगों को पूरा किया जा सके.
NHM workers strike: हड़ताली एनएचएम कर्मियों ने किया हवन, सरकार से स्थाई करने की मांग
पलामू में हड़ताली एनएचएम कर्मियों ने हवन किया और सरकार से स्थाई करने की मांग की है. एनएचएम कर्मियों के इस प्रदर्शन में पूर्व मंत्री केएन त्रिपाठी भी शामिल हुए. उन्होंने इन्हें आश्वासन दिया कि इस मामले पर वे सीएम हेमंत सोरेन से बात करेंगे.
इधर हड़ताली कर्मियों के समर्थन में राज्य के पूर्व ग्रामीण विकास मंत्री केएन त्रिपाठी भी उतर गए हैं. हवन के दौरान वे भी मौके पर पहुंचे थे इस दौरान उन्होंने कर्मियों से बातचीत की. केएन त्रिपाठी ने कहा कि वे मामले में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मुलाकात करेंगे और कर्मियों की सेवा को व स्थाई करने की मांग करेंगे. उन्होंने कहा कि जिस तरह पारा शिक्षक एवं अन्य कर्मियों की समस्याओं का समाधान हुआ है उसी तरह एनएचएम कर्मियों के समस्याओं का समाधान किया जाएगा.
केएन त्रिपाठी ने कहा कि कर्मियों को स्थाई करना स्वास्थ्य मंत्री का कार्य नहीं है बल्कि इसके लिए मुख्यमंत्री ही सक्षम है. वे सीएम से मुलाकात करने जाएंगे और मांगों पर सहानुभूति पूर्वक विचार करते हुए समाधान करने का आग्रह करेंगे. पलामू में दो हजार के करीब राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन से जुड़े हुए कर्मचारी हैं. जिनमें एएनएम लैब टेक्नीशियन समेत कई कर्मी शामिल हैं. सभी कर्मी हड़ताल पर चले गए हैं. एएनएम एवं लैब टेक्नीशियन के हड़ताल पर चले जाने के कारण स्वास्थ्य सुविधाओं पर नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है.
पलामू जैसे इलाके में टीकाकरण समेत कई सरकारी योजनाएं प्रभावित हुई हैं. पलामू में 171 स्वास्थ्य उप केंद्र मौजूद हैं जिनमें से दर्जनों स्वास्थ्य केंद्र एएनएम के भरोसे संचालित हैं. हड़ताल के कारण स्वास्थ्य केंद्र भी बंद हो गए हैं. एनएचएम कर्मी अपनी सेवा को स्थाई करने की मांग कर रहे हैं. पिछले एक सप्ताह से वे हड़ताल पर हैं और चरणबद्ध तरीके से आंदोलन चला रहे हैं.