पलामू: कुख्यात डॉन कुणाल सिंह हत्याकांड में पुलिस चार संदिग्धों के नाम को तलाश कर रही है. ये चारों संदिग्ध हत्या में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. पुलिस चारों के नामों के सत्यापन में लगी हुई है. तीन जून को मेदिनीनगर के सुदना बिजली ग्रिड के पास कुणाल सिंह के कार को सफारी से टक्कर मारी गई थी. टक्कर के बाद कुणाल सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी.
पुलिस दाखिल करेगी चार्जशीट
पुलिस ने कुणाल सिंह हत्याकांड में आरोपी विजय शर्मा, राकेश वर्मा उर्फ फंटूश, अन्नू विश्वकर्मा, स्वेतकेतु और अमरेश को अब तक गिरफ्तार की है. गैंगस्टर कुणाल सिंह हत्याकांड में पुलिस ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट ले लिया है. मामले में पुलिस अनुसंधान अंतिम चरण में है. पुलिस मामले में जल्द चार्जशीट दाखिल कर सकती है. एक पुलिस अधिकारी के अनुसार, हत्याकांड के मुख्य आरोपी डब्लू सिंह की गिरफ्तारी के लिए लगातार दबिश बना रही है. पुलिस को कुछ और संदिग्धों के नाम मिले हैं, जिन्होंने हत्याकांड में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी.
ये भी पढ़ें:प्रियंका ने आर्थिक पैकेज को बताया हाथी का दांत, भाजपा सरकार ने डुबाई अर्थव्यवस्था
सफारी से मारी गई थी जोरदार टक्कर
कुणाल सिंह हत्याकांड आपसी वर्चस्व की लड़ाई में अंजाम दिया गया था. डब्लू सिंह और कुणाल सिंह के बीच आपसी वर्चस्व की लड़ाई थी. पुलिस पहले ही बता चुकी है कि कुणाल के करीबी फंटूश कुणाल सिंह की एक-एक गतिविधि की जानकारी डब्लू सिंह गिरोह को देता था और हत्या वाले दिन रेकी कर रहा था. कुणाल सिंह जैसे ही घर से बिस्फुटा की तरफ निकला. इसकी जानकारी स्वेतकेतु तिवारी ने शूटर अन्नू विश्वकर्मा, विजय शर्मा और अमरेश मेहता को दिया. इसके बाद अमरेश मेहता सफारी लेकर आगे बढ़ा, जबकि उसके पीछे बाइक से अन्नू विश्वकर्मा और विजय शर्मा थे. कुणाल की गाड़ी पीछे स्वेतकेतु तिवारी था. अमरेश मेहता ने कुणाल के कार को टक्कर मारी थी, उसके बाद अन्नू विश्वकर्मा और विजय शर्मा ने कुणाल सिंह को गोली मारी. गोली मारने के बाद सभी बाइक से फरार हो गए. विजय शर्मा को राजू तिर्की ने कार उपलब्ध करवाया, जिससे वह रांची भाग गया.