पलामू: टाइगर रिजर्व क्षेत्र के अंतर्गत कुटमू से महुआडांड़ तक वाइल्ड लाइफ ऑफ इंडिया की अनुमति के बाद ही रोड बन पाएगी. कुटमू-महुआडांड़ रोड को स्टेट हाइवे में उपग्रडे किया गया है. राज्य सरकार ने करोड़ों की लागत से रोड का चौड़ीकरण का निर्णय लिया है. मामले में पथ निर्माण विभाग ने टेंडर निकाल कर कार्य आदेश भी जारी किया है. पूरा रोड पलामू टाइगर रिजर्व के अंतर्गत आता है, जिस कारण पथ निर्माण विभाग को पहले वन विभाग की अनुमति उसके बाद वाइल्ड लाइफ ऑफ इंडिया की अनुमति लेनी होगी.
तीन मीटर से 5.50 मीटर चौड़ा करने की है योजना
कुटमू से महुआडांड़ रोड फिलहाल तीन मीटर चौड़ा है. पूरी सड़क पलामू टाइगर रिजर्व के इलाके में है. लगभग 70 किलोमीटर के रोड में करीब 20 किलोमीटर का दायरा पीटीआर के कोर एरिया में है. सोमवार को पलामू टाइगर रिजर्व के कार्यालय में पथ निर्माण विभाग और पीटीआर के अधिकारियों के बीच हाई लेवल बैठक हुई. बैठक में साफ कहा गया कि वाइल्ड लाइफ ऑफ इंडिया की अनुमति मिलने के बाद ही रोड का चौड़ीकरण किया जाएगा. ऐसे में पीटीआर को करीब एक साल पथ निर्माण विभाग को समझाने में लग गया कि यह रोड पीटीआर का है.
कुटमू से महुआडांड़ तक रोड चौड़ीकरण का मामला फंसा, वाइल्ड लाइफ ऑफ इंडिया की अनुमति का इंतजार - रोड चौड़ीकरण के लिए वाइल्ड लाइफ ऑफ इंडिया की अनुमति का इंतजार
पलामू और लातेहार के बॉर्डर एरिया कुटमू में रोड चौड़ीकरण को लेकर सालों से पेच फंसा है. कुटमू से महुआडांड़ तक रोड का चौड़ीकरण होना है, लेकिन 70 किलोमीटर लंबी सड़क का 20 किलोमीटर पीटीआर क्षेत्र में आता है. जिसके कारण वाइल्ड लाइफ ऑफ इंडिया की अनुमति मिलने के बाद ही रोड का चौड़ीकरण किया जा सकेगा.
![कुटमू से महुआडांड़ तक रोड चौड़ीकरण का मामला फंसा, वाइल्ड लाइफ ऑफ इंडिया की अनुमति का इंतजार Road widening pending in PTR area of Palamu](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/768-512-09:26:39:1597074999-jh-pal-04-road-construction-pkg-7203481-10082020211918-1008f-03283-245.jpg)
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पेड़ नहीं काटे जाने की है योजना
पीटीआर क्षेत्र में कुटमू से महुआडांड़ तक रोड का चौड़ीकरण के लिए पेड़ काटने की योजना नहीं है. रोड के किनारे जमीन खाली है, उसी में रोड का चौड़िकरण किया जाएगा. पीटीआर के निदेशक वाईके दास बताते हैं कि वन विभाग के अनुमति मिलने के बाद, प्रस्ताव को स्टेट वाइल्ड लाइफ बोर्ड में भेजा जाएगा. उसके बाद वाइल्ड लाइफ ऑफ इंडिया के डायरेक्टर बोर्ड की बैठक में अनुमति के संबंध में निर्णय होगा. पीटीआर क्षेत्र में हाई कोर्ट ने व्यवसायिक वाहनों के परिचालन पर रोक लगाई हुई है.