पलामू: कुख्यात गैंगस्टर कुणाल सिंह हत्याकांड का पलामू पुलिस ने उद्भेदन कर दिया है. कुणाल सिंह हत्याकांड में पुलिस ने शूटर विजय शर्मा उर्फ गुरुजी और राजेश वर्मा उर्फ फंटूश को गिरफ्तार किया है. फंटूश कुणाल सिंह का करीबी दोस्त है, दोनों को पलामू पुलिस ने रांची से गिरफ्तार किया है. दोनों के पास से पुलिस ने मोबाइल और कई आपत्तिजनक सामग्री जब्त किए हैं. दोनों ने पुलिस अधिकारियों के समक्ष कुणाल हत्याकांड से संबंधित कई राज उगला है. दोनों ने पुलिस को बताया कि डब्लू सिंह के इसारे पर कुणाल सिंह की हत्या की गई है. हत्या के लिए डब्लू सिंह ने 15 लाख की सुपारी दी थी. कुणाल की हत्या में इस्तेमाल हथियार अन्नू विश्वकर्मा के पास है.
डब्लू की हत्या की योजना कुणाल ने किया था तैयार, करीबी ने खोला राज
गिरफ्तार विजय शर्मा और फंटूश ने पुलिस को कई अहम जानकारी दी है. एसपी अजय लिंडा ने बताया कि कुणाल सिंह जेल से निकलने के बाद सक्रिय हो गया था. कुणाल का करीबी दोस्त फंटूश ने पुलिस को बताया है कि कुणाल ने डब्लू सिंह की हत्या की साजिश रची थी. फंटूश ने इस बात की जानकारी डब्लू सिंह को दे दिया. दोनों पहले भी आपसी वर्चस्व के लिए लड़ाई लड़ रहे थे. उसके बाद डब्लू सिंह ने विजय शर्मा, अन्नू विश्वकर्मा आदि को 15 लाख रुपए की सुपारी दी.
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अपराधियों ने कैसे दिया घटना को अंजाम
एसपी ने बताया कि फंटूश ने कुणाल सिंह की एक-एक गतिविधि की जानकारी डब्लू सिंह गिरोह को दी थी और हत्या वाले दिन रेकी कर रहा था. कुणाल सिंह जैसे ही घर से बिस्फुटा की तरफ निकला. इसकी जानकारी स्वेतकेतु तिवारी ने शूटर अन्नू विश्वकर्मा, विजय शर्मा और अमरेश मेहता को दिया. इसके बाद अमरेश मेहता सफारी लेकर आगे बढ़ा, जबकि उसके पीछे बाइक से अन्नू विश्वकर्मा और विजय शर्मा थे. कुणाल की गाड़ी के पीछे स्वेतकेतु तिवारी था. अमरेश मेहता ने कुणाल के कार को टक्कर मारी थी, उसके बाद अन्नू विश्वकर्मा और विजय शर्मा ने कुणाल सिंह को गोली मारी. गोली मारने के बाद सभी बाइक से फरार हो गए. विजय शर्मा को राजू तिर्की ने कार उपलब्ध करवाया, जिससे वह रांची भाग गया.