पलामूः नेवी जवान सूरज कुमार दुबे मौत मामले को महाराष्ट्र की पालघर पुलिस की ओर से आत्महत्या बताए जाने के बाद सूरज के परिजन आक्रोशित और दुखी हैं. उन्होंने महाराष्ट्र पुलिस की जांच पर सवाल उठाए हैं. उनका कहना है कि पुलिस शुरू से नकारात्मक दिशा में जांच कर रही है, मामले में सही बात की जानकारी नहीं दी जा रही है, जबकि महाराष्ट्र पुलिस के वरीय अधिकारी भी फोन नहीं उठा रहे हैं.
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हाई लेवल जांच की मांग
बुधवार को पालघर पुलिस ने कहा था कि नेवी जवान सूरज दुबे ने आत्महत्या की है. गुरुवार को झारखंड के कृषि मंत्री बादल पत्रलेख सूरज दुबे के परिजनों से मिलने पूर्वडीहा के कोल्हुआ गांव गए थे. उन्होंने परिजनों से रांची आने को कहा है. रांची में सीएम से मुलाकात कर मामले में हाई लेवल जांच की मांग की जाएगी. उन्होंने कहा कि मामले को विधानसभा में भी रखा जाएगा.
'नकारात्मक जांच कर रही है पुलिस'
नेवी जवान सूरज कुमार दुबे के पिता मिथिलेश दुबे ने ईटीवी भारत को बताया कि महाराष्ट्र की पालघर पुलिस शुरू से ही नकारात्मक जांच कर रही है, पुलिस तथ्यों को छिपा रही है और इसे गलत दिशा में ले जा रही है. उन्होंने कहा कि मामले में सीबीआई जांच होनी चाहिए, वे राज्य सरकार से मांग करते हैं कि वे सीबीआई जांच की अनुशंसा करें.
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पालघर में 90 प्रतिशत जला हुआ मिला था शव
नेवी जवान सूरज कुमार दुबे 30 जनवरी को छुट्टी के बाद कोयंबटूर के लिए रवाना हुए थे. इसके बाद चेन्नई एयरपोर्ट से वह लापता हो गए थे. 5 फरवरी को सूरज दुबे महाराष्ट्र के पालघर 90 प्रतिशत जले हुए मिले थे, उनके पैरों में बेड़ियां थी. इसके बाद मुंबई के निजी अस्पताल में इलाज के क्रम में उनकी मौत हो गई थी. पालघर पुलिस ने बताया था कि सूरज कुमार दुबे का फिरौती के लिए अपहरण किया गया था, फिर बार में हत्या कर दी गई.