पलामू:झारखंड में गर्मी अपना प्रचंड रूप दिखा रही है. पलामू प्रमंडल में तापमान फिलहाल 44 डिग्री के पार चला गया है. मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार अगले कुछ दिनों में तापमान में और बढ़ोतरी हो सकती है. पलामू इलाके में पड़ रही भीषण गर्मी के बीच हाई अलर्ट जारी किया गया है. पीटीआर प्रबंधन ने वन्य जीव, जल स्रोतों पर निगरानी बढ़ा दी है. पलामू टाइगर रिजर्व 1129 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है. पीटीआर के इलाके में 350 से अधिक छोटे बड़े जलस्रोत मौजूद हैं.
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पीटीआर में अधिकतर जलस्रोत प्राकृतिक हैं जो भीषण गर्मी के कारण सूख गए हैं. वन्य जीवों को पानी उपलब्ध करवाने के लिए टैंकर से पानी की सप्लाई की जा रही है. पीटीआर के इलाके में पानी की सप्लाई के लिए तीन दर्जन के करीब टैंकरों का इस्तेमाल किया जा रहा है, जानवरों के लिए जंगल में कृत्रिम टब बनाए गए हैं, जहां जहां टैंकर से पानी की सप्लाई की जा रही है.
गर्मी को देखते हुए पीटीआर प्रबंधन जहां-जहां टैंकर से पानी की सप्लाई कर रही है वहां अतिरिक्त वन कर्मियों को तैनात किया है. कृत्रिम टब में पानी गर्म हो जा रही है, इसे देखते हुए कई इलाकों में कुछ ही घंटों में पानी को बदला जा रहा है. कई इलाकों में पेड़ की छाया में कृत्रिम टब बनाया गया. गर्मी के दिनों में जल स्रोतों के आसपास शिकारियों की भी नजरें होती हैं. शिकारी प्यासे वन्यजीवों को निशाना बना सकते हैं. इसे देखते हुए पीटीआर प्रबंधन में पेट्रोलिंग को बढ़ा दी है, कई इलाकों में ड्रोन से भी निगरानी रखी जा रही है. जल स्रोत और उसके आसपास के इलाके में वन कर्मी छिपकर रह रहे हैं.
पलामू टाइगर रिजर्व के निदेशक कुमार आशुतोष ने बताया कि गर्मी को देखते हुए हाई अलर्ट जारी किया गया है, वन्य जीवों पर निगरानी रखी जा रही है. वन्यजीव पानी की तलाश में भटके नहीं, इसका भी ख्याल रखा जा रहा है. पलामू टाइगर रिजर्व बाघ, तेन्दुआ, हाथी, हिरण, चीतल समेत कई वन्यजीव हैं. गर्मी के दिन में अक्सर हिरण पानी की तलाश में भटक जाते हैं और उनकी मौत होती है.