पलामू: हुसैनाबाद थाना क्षेत्र के दरूआ बेनी पंचायत के नोनिया विगहा गांव में मॉब लिंचिंग की घटना को पुलिस की तत्परता से रोक लिया गया. दरअसल नाबालिग लड़की को भगाने आए सतीश कुमार रजक नाम के युवक को ग्रामीणों ने पकड़ लिया. पकड़ने के बाद उसकी जमकर पिटाई कर दी. जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया.
पुलिस की तत्परता
वहीं, तत्काल घटना की सूचना मिलते ही पुलिस ने मौके पर पहुंच कर मॉब लिंचिंग की घटना होने से बचा लिया, वरना सतीश की जान जा सकती थी. बताया जाता है कि उक्त युवक शराब के नशे में धुत था और मोबाइल से लड़की को बुला लिया था. उसे भगाकर वह बेचने ले जाने वाला था.
पहले भी एक युवती हो चुकी है गायब
इस संबंध में नोनिया विगहा के ग्रामीणों ने हुसैनाबाद थाने में लिखित शिकायत की है. जिसमें रामप्रवेश चौहान समेत अन्य ने उक्त युवक के खिलाफ गांव को बर्बाद करने और जान से मारने की धमकी देने और उस गांव से एक लड़की को भगाने की बात कही है. उस गांव से एक वर्ष पूर्व में भी एक युवती गायब हुई है जिसका अबतक पता नहीं है.
ये भी पढ़ें-पत्रकार की बेटी पर तीसरी बार एसिड अटैक के विरोध में एकजुट हुआ पत्रकार मंच, थाने में धरना
जांच जारी
इधर, डंडीला गांव निवासी सतीश कुमार रजक के पिता अरुण कुमार रजक ने ग्रामीणों पर जान मारने की नियत से पिटाई किए जाने का आरोप लगाया है. उनका कहना है कि सतीश कुमार रजक अपने ससुराल दरूआ बेनी गांव में फेंकन रजक के घर आया था. वहीं थाना प्रभारी सह इंस्पेक्टर रास बिहारी लाल ने बताया कि इस मामले में दोनों पक्षों की ओर से प्राथमिकी दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है. जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.