पलामू: मनातू थाना प्रभारी संतोष कुमार सिंह ग्रामीणों के विवाद को सुलझाने गए थे. इस क्रम में उन्होंने देखा कि बारिश का पानी जमा होने से फसलों को काफी नुकसान हो रहा है. ग्रामीण भी पानी को बाहर निकालने का प्रयास कर रहे थे. यह देखते हुए थाना प्रभारी ने कुदाल चलाकर लोगों की मदद की. गांव वालों के प्रयास और संतोष कुमार सिंह की मदद से धीरे-धीरे एक रास्ता बना, जिससे खेतों से पानी बाहर निकल गया.
पलामू: ग्रामीणों के सुख-दुख के सहभागी बन रहे पुलिस अधिकारी, थाना प्रभारी ने ऐसे की किसानों की मदद
खेतों में जमे बारिश के पानी को निकालने में मनातू थाना प्रभारी ने किसानों की मदद की. थाना प्रभारी इलाके में ग्रामीणों के बीच हो रहे विवाद को सुलझाने गए थे. इस बीच कुदाल चलाकर उन्होंने फसलों को नुकसान होने से बचाया.
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पलामू में पहले कभी ऐसा भी होता था कि पुलिस के गांव में घुसने के बाद पूरा गांव खाली हो जाता था, लेकिन बदलते वक्त के साथ माहौल भी बदल गया है. अब पुलिस और सुरक्षाबल नक्सलियों और अपराधियों के खिलाफ अभियान ही नहीं चला रहे बल्कि ग्रामीणों के सुख-दुख के सहभागी भी बन रहे हैं. पलामू में पुलिस अधिकारी इस बदलाव के वाहक बन रहे हैं. दरअसल, मनातू झारखंड बिहार सीमा पर नक्सल हिंसा के लिए जाना जाता है. मनातू के इलाके में ग्रामीणों का विश्वास जीतना पुलिस के लिए चुनौती है, लेकिन पुलिस अधिकारी लगातार कोशिश में जुटे हुए हैं.