पलामूःपलामू के छतरपुर अनुमंडल क्षेत्र में पहली बार पोस्ता की खेती पकड़ी गई है. दरअसल, इस इलाके में पूरा परिवार ही मिलकर पोस्ता की खेती कर रहा था. परिवार के साथ-साथ नाते-रिश्तेदार भी नशे की खेती में शामिल थे. इसका खुलासा पलामू पुलिस की कार्रवाई में हुआ है. पलामू पुलिस ने पोस्ता की खेती करने के आरोप में दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. पोस्ता खेती करने का एक आरोपी बिहार का रहने वाला है. वहीं पलामू पुलिस ने अभियान के दौरान चार एकड़ पोस्ता की फसल को भी नष्ट किया है. इस अभियान के दौरान पुलिस को एक डायरी मिली है. इस डायरी में पोस्ता की खेती करने के तरीके, इसके खर्च, खेती करने में शामिल लोगों के नामों का भी जिक्र है.
Palamu Police Raid: पलामू पुलिस ने छतरपुर इलाके में छापेमारी कर चार एकड़ में लगी पोस्ता की फसल को किया नष्ट, दो आरोपी गिरफ्तार
पलामू पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर छतरपुर इलाके में छापेमारी कर कई एकड़ में लगी पोस्ता की खेती को नष्ट किया है. पुलिस ने मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार भी किया है. पुलिस मौके पर पहुंच कर सन्न रह गई. दरअसल पूर परिवार ही पोस्ता की खेती में शामिल था. छापेमारी के क्रम में पुलिस को एक डायरी भी मिली है. जिसके माध्यम से पुलिस को कई चौंकाने वाली जानकारी भी मिली है.
पुलिस ने चार एकड़ में लगी पोस्ता की खेती को किया नष्टः दरअसल, पलामू पुलिस को सूचना मिली थी कि नौडीहा बाजार और छतरपुर थाना क्षेत्र की सीमा पर बटाने डैम के पास चार से पांच एकड़ में पोस्ता की खेती की गई है. इस पोस्ता से अफीम को तैयार किया जाना है. इसी सूचना के आलोक में छतरपुर थाना प्रभारी शेखर कुमार और नौडीहा बाजार थाना की पुलिस ने अभियान शुरू किया था. अभियान के बाद चार एकड़ में लगी पोस्ता की खेती को नष्ट किया गया है. पूरे मामले में पुलिस ने 16 लोगों के खिलाफ नामजद एफआईआर दर्ज की है.
पोस्ता की खेती करने के आरोप में दो लोग गिरफ्तारःपुलिस ने मामले में छापेमारी करते हुए पोस्ता खेती करने के आरोपी जितेंद्र कुमार यादव और उदय प्रजापति को गिरफ्तार कर लिया है. जितेंद्र कुमार यादव छत्तरपुर के बंधुडीह का रहने वाला है, जबकि उदय प्रजापति बिहार के गया के सलैया का रहने वाला है. इस संबंध में छतरपुर एसडीपीओ अजय कुमार ने बताया कि पूरा परिवार मिलकर पोस्ता की खेती कर रहा था. इस खेती में जितेंद्र कुमार यादव का भाई रवि यादव, चाचा शंभू यादव, विजय यादव के अलावा कई नाते रिश्तेदार भी शामिल थे.
खेत के समीप झोपड़ी बना कर की जाती थी निगरानीःखेत के पास एक अस्थाई झोपड़ी बनायी गई थी. जिसके माध्यम से पोस्ता की फसल की निगरानी की जा रही थी. पोस्ता की खेती को छुपाने के लिए आरोपियों ने चारों तरफ से मक्का, गेहूं, चना समेत अन्य फसलों को लगा दिया था. पुलिस ने मौके से एक डायरी बरामद की है. बरामद डायरी में पोस्ता की खेती में हुए खर्च के बारे में पूरी जानकारी है.छापेमारी में छतरपुर और नौडीहा बाजार थाना की पुलिस शामिल थी.